
स्टार्टअप : स्टार्टअप इंडिया' के नाम पर देश में नई कंपनियों को बढ़ावा देने वाली भाजपा सरकार ने फिर उन कंपनियों के हितों की अनदेखी की। स्टार्ट-अप कंपनियों की प्रगति के लिए अनुकूल नीतियां लागू करने के केंद्र के सारे आश्वासन खोखले साबित हुए हैं। रिक्रूटमेंट कंपनी CEEL HR की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 70 स्टार्ट-अप कंपनियों ने जनवरी से जून के बीच 17 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। नौकरियों में कटौती का कारण धन की कमी बताई जा रही है। विपक्षी नेता इस बात से नाराज़ हैं कि इन कटौतियों का मुख्य कारण केंद्र से प्रोत्साहन की कमी है।नाम पर देश में नई कंपनियों को बढ़ावा देने वाली भाजपा सरकार ने फिर उन कंपनियों के हितों की अनदेखी की। स्टार्ट-अप कंपनियों की प्रगति के लिए अनुकूल नीतियां लागू करने के केंद्र के सारे आश्वासन खोखले साबित हुए हैं। रिक्रूटमेंट कंपनी CEEL HR की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 70 स्टार्ट-अप कंपनियों ने जनवरी से जून के बीच 17 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। नौकरियों में कटौती का कारण धन की कमी बताई जा रही है। विपक्षी नेता इस बात से नाराज़ हैं कि इन कटौतियों का मुख्य कारण केंद्र से प्रोत्साहन की कमी है।नाम पर देश में नई कंपनियों को बढ़ावा देने वाली भाजपा सरकार ने फिर उन कंपनियों के हितों की अनदेखी की। स्टार्ट-अप कंपनियों की प्रगति के लिए अनुकूल नीतियां लागू करने के केंद्र के सारे आश्वासन खोखले साबित हुए हैं। रिक्रूटमेंट कंपनी CEEL HR की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 70 स्टार्ट-अप कंपनियों ने जनवरी से जून के बीच 17 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। नौकरियों में कटौती का कारण धन की कमी बताई जा रही है। विपक्षी नेता इस बात से नाराज़ हैं कि इन कटौतियों का मुख्य कारण केंद्र से प्रोत्साहन की कमी है।