इम्फाल: मणिपुर में दंगों की आग अभी भी नहीं बुझी है. लेकिन केंद्र की भाजपा यह कह कर देश की जनता को धोखा दे रही है कि राज्य में सामान्य हालात बन गये हैं. खबर है कि राज्य में हालात ठीक हैं और सबकुछ शांतिपूर्ण है. लेकिन राज्य में हालात अलग हैं. फिर भी टकराव का माहौल जारी है. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार से रविवार तक सेना को रोके रखा. पूरे दिन सुरक्षा बलों को आगे बढ़ने से रोका गया. करीब 1500 महिला प्रदर्शनकारियों ने सेना का रास्ता रोक लिया, जिससे समझा जा सकता है कि हालात कितने डरावने थे. यह घटना दर्शाती है कि भाजपा शासित केंद्र और राज्य सरकारें राज्य में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में विफल रही हैं।भाजपा यह कह कर देश की जनता को धोखा दे रही है कि राज्य में सामान्य हालात बन गये हैं. खबर है कि राज्य में हालात ठीक हैं और सबकुछ शांतिपूर्ण है. लेकिन राज्य में हालात अलग हैं. फिर भी टकराव का माहौल जारी है. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार से रविवार तक सेना को रोके रखा. पूरे दिन सुरक्षा बलों को आगे बढ़ने से रोका गया. करीब 1500 महिला प्रदर्शनकारियों ने सेना का रास्ता रोक लिया, जिससे समझा जा सकता है कि हालात कितने डरावने थे. यह घटना दर्शाती है कि भाजपा शासित केंद्र और राज्य सरकारें राज्य में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में विफल रही हैं।भाजपा यह कह कर देश की जनता को धोखा दे रही है कि राज्य में सामान्य हालात बन गये हैं. खबर है कि राज्य में हालात ठीक हैं और सबकुछ शांतिपूर्ण है. लेकिन राज्य में हालात अलग हैं. फिर भी टकराव का माहौल जारी है. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार से रविवार तक सेना को रोके रखा. पूरे दिन सुरक्षा बलों को आगे बढ़ने से रोका गया. करीब 1500 महिला प्रदर्शनकारियों ने सेना का रास्ता रोक लिया, जिससे समझा जा सकता है कि हालात कितने डरावने थे. यह घटना दर्शाती है कि भाजपा शासित केंद्र और राज्य सरकारें राज्य में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में विफल रही हैं।