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हैदराबाद। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि 4,000 मेगावाट की क्षमता वाली यदाद्री मेगा थर्मल पावर प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाएं, जिनका निर्माण तेलंगाना सरकार बड़ी महत्वाकांक्षा के साथ कर रही है, पूरे देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगी। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना का सोमवार को निरीक्षण किया। यदाद्री पावर प्लांट की दो इकाइयां दिसंबर 2023 तक और शेष इकाइयां जून 2024 तक पूरी हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के किसानों और लोगों के कल्याण के लिए यदाद्री थर्मल पावर प्रोजेक्ट जैसी परियोजनाएं निजी कॉरपोरेट जगत के दबाव में न आकर सार्वजनिक क्षेत्र में शुरू की जा रही है। सोमवार को मुख्यमंत्री केसीआर, मंत्रियों, नलगोंडा जिले के विधायक, उच्चाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने नलगोंडा जिले में बन रहे पावर प्लांट के कार्यों का निरीक्षण किया।
सोमवार दोपहर में सीएम पहले दो हेलीकॉप्टरों से मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ यदाद्री पावर प्लांट के निर्माण स्थल पर पहुंचे। हेलीपैड से पावर प्लांट फेज-1, यूनिट-2 बायलर के निर्माण स्थल पर पहुंचे। वे 82 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बारहवीं मंजिल पर पहुंचे और प्लांट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होने ट्रांस कंपनी और बीएचईएल के अधिकारियों से प्लांट के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
इस मौके पर सीएम केसीआर ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के उपाय किए जाएं कि संयंत्र के संचालन के लिए आवश्यक कोयले का भंडार कम से कम तीस दिनों का हो। उन्होने इस महत्वपूर्ण बिजली परियोजना के मामले में, अधिकारियों को सक्रिय रूप से कार्य करने और कोयला भंडार सहित अन्य संचालन के मामले में उचित निर्णय लेने की सलाह दी।
उन्होंने पावर प्लांट की दैनिक आवश्यकता के कोयले और पानी से संबंधित कोयला और पानी की आपूर्ति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कृष्णा पटनम पोर्ट और अडांकी हाईवे को ध्यान में रखते हुए संयुक्त नलगोंडा जिले के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मंशा से इस क्षेत्र को पावर प्लांट के लिए चुना गया है।
टाउनशिप, सुपरमार्केट, वाणिज्यिक परिसर, अस्पताल, स्कूल, सभागार और मल्टीप्लेक्स भी बनेगा
सीएम ने पावर प्लांट में कार्यरत लगभग दस हजार कर्मियों के उपयोगी होने के लिए एक उत्कृष्ट टाउनशिप के निर्माण का आदेश दिया। उन्होने कहा कि कर्मचारियों के लिए आवश्यक आवास का निर्माण किया जाना चाहिए। चूंकि भविष्य में इसी क्षेत्र में सोलर पावर प्लांट भी लगेंगे, स्टाफ और भी बढ़ेगा, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। सीएम ने सुझाव दिया कि स्टाफ क्वार्टर और अन्य सुविधाओं के लिए अलग से एकसौ एकड़ जमीन एकत्र किया जाए। सुपरमार्केट, वाणिज्यिक परिसर, क्लब हाउस, अस्पताल, स्कूल, सभागार और मल्टीप्लेक्स का निर्माण करने का सुझाव दिया गया है। पावर प्लांट के कर्मचारियों की सेवा के लिए एक निजी सर्विस स्टॉप के लिए आवश्यक क्वार्टरों का निर्माण किया जाना चाहिए। टाउनशिप के निर्माण में सर्वश्रेष्ठ टाउन प्लानर्स की सेवाओं का उपयोग करने का आदेश दिया गया था। सीएम ने सचिव स्मिता सभरवाल को दमराचारला हाईवे से पावर प्लांट तक सात किलोमीटर की चार लाइन सीसी सड़कों को तुरंत मंजूरी देने का निर्देश दिया। यदाद्री पावर प्लांट के निर्माण में, दो इकाइयां दिसंबर 2023 तक पूरी हो जाएंगी और शेष इकाइयां जून 2024 तक पूरी हो जाएंगी।
किसानों के लंबित मुद्दों को हल करें
मुख्यमंत्री केसीआर ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार और कलेक्टर विनय कृष्ण रेड्डी को उन किसानों के लंबित मुद्दों को हल करने का निर्देश दिया, जिन्होंने यदाद्री पावर प्लांट को जमीन दिया था। अवसर पर मंत्री जी जगदीश रेड्डी, एर्राबेल्ली दयाकर राव, सांसद जोगीनापल्ली संतोष कुमार, बदुगुला लिंगया यादव, एमएलसी एमसी कोटिरेड्डी, पल्ला राजेश्वर रेड्डी, विधायक वाईएन बस्कर राव, प्रभाकर रेड्डी, मुख्य सचिव सोमेश कुमार, सीएम प्रिंसिपल सचिव नरसिंह राव, वित्त विभाग के विशेष प्रधान सचिव रामकृष्ण राव, मुख्यमंत्री सचिव स्मिता सभरवाल, कलेक्टर विनय कृष्ण रेड्डी मौजूद रहे।
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