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हैदराबाद, (आईएएनएस)| तेलंगाना सरकार ने शुक्रवार को हैदराबाद के एक निजी स्कूल की मान्यता रद्द कर दी, जहां स्कूल के प्रिंसिपल के ड्राइवर ने चार साल की बच्ची का यौन उत्पीड़न किया।
शिक्षा मंत्री पी. सबिता इंद्रा रेड्डी ने हैदराबाद जिला शिक्षा अधिकारी को डीएवी पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द करने का आदेश दिया।
स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए मंत्री ने डीईओ को अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में शिफ्ट करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने डीईओ से अभिभावकों की आशंकाओं को दूर करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा।
शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
शिक्षा सचिव की अध्यक्षता वाली समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएगी।
बता दें, पुलिस ने एलकेजी की छात्रा का यौन शोषण करने के आरोप में स्कूल के प्रिंसिपल के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। लापरवाही के आरोप में प्राचार्य को भी गिरफ्तार किया गया है।
पीड़िता के परिजनों और अन्य लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने बुधवार को प्रिंसिपल को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, बीमना रजनी कुमार (34) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा 6 को 5 (1) (एम), भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 ए और बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
घटना का पता तब चला, जब पीड़िता के माता-पिता ने बच्ची के व्यवहार में बदलाव देखा। पूछताछ करने पर उसने बताया कि रजनी कुमार पिछले तीन महीने से उसका यौन शोषण कर रहा है। आरोपी उसे स्कूल के एक क्लासरुम में ले जाकर, उसके कपड़े उतारकर उसका यौन शोषण करता था।
बच्ची द्वारा खुलासा करने के बाद गुस्साए पीड़िता के माता-पिता और अन्य परिजन स्कूल पहुंचे और आरोपी ड्राइवर के साथ मारपीट की। उसे बाद में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने गुरुवार को घटना पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी। राज्यपाल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
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