तेलंगाना

मुख्तार अब्बास नकवी बोले- 'देश में हिजाब पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है'

Deepa Sahu
27 Feb 2022 2:12 PM GMT
मुख्तार अब्बास नकवी बोले- देश में हिजाब पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है
x
कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि देश में हिजाब पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि देश में हिजाब पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा लोगों को यह समझने की जरूरत है कि संवैधानिक अधिकार और कर्तव्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।

हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए नकवी ने कहा, 'मामला अदालत में है। भारत में हिजाब पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यह स्पष्ट है कि कुछ संस्थानों में यूनिफॉर्म को लेकर उनकी अपनी एक व्यवस्था है। हमें संवैधानिक अधिकारों के साथ कर्तव्यों पर भी बात करनी चाहिए।'
हिजाब पर विवाद पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ था जब कर्नाटक के उडुपी में प्री-यूनिवर्सिटी (पीयू) गर्ल्स कॉलेज में छह छात्राओं को कथित तौर पर प्रवेश देने से इनकार कर दिया गया था। इसके पीछे कारण दिया गया था कि निर्धारित यूनिफॉर्म में हिजाब शामिल नहीं है।
इसके बाद इन छात्राओं ने कर्नाटक हाईकोर्ट का रुख किया था और राज्य सरकार की ओर से पांच फरवरी को जारी एक आदेश को रद्द करने की मांग की। इस आदेश में सरकार ने शांति, सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को भंग करने वाले कपड़े पहनने पर रोक लगाई थी।
हुनर हाट को बताया एक विश्वसनीय ब्रांड
इससे पहले केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने यहां पर 37वीं 'हुनर हाट' का उद्घाटन किया। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नकवी ने कहा, हुनर हाट कारीगरों व शिल्पकारों को सशक्त करने का प्रभावी प्रयास है।नकवी ने कहा कि हुनर हाट ने पिछले सात साल में लगभग आठ लाख कारीगरों और शिल्पकारों को रोजहार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' अभियान के लिए एक विश्वसनीय ब्रांड बन गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस पहन ने देश के दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लाखों परिवारों में ऊर्जा और उमंग का संचार किया है। ये वो परिवार हैं जो कला और कारीगरी के काम से जुड़े हुए हैं। इस पहल से उन्हें अपनी पैतृक विरासत के लिए बड़ा बाजार उपलब्ध कराया है।


Next Story