Hyderabad हैदराबाद: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता रेड्डी ने रविवार को कहा कि शिक्षा और नौकरी के साथ-साथ आज की युवा पीढ़ी को भारत की वीर नारियों के जुझारूपन से प्रेरणा लेनी चाहिए। सुनीता रेड्डी ने युवतियों को साहसी होने के साथ-साथ संवेदनशील होने की सलाह दी। रविवार को अष्टलक्ष्मी मंदिर के पास विहिप की युवा शाखा दुर्गा वाहिनी की बैठक हुई। अष्टलक्ष्मी मंदिर के आसपास के क्षेत्र से मुख्य मार्गों पर करीब 1500 दुर्गा वाहिनी युवतियों ने रैली निकाली और चैतन्यपुरी, कोठापेट, विक्टोरिया मेमोरियल मेट्रो रेलवे स्टेशन व अन्य क्षेत्रों से गुजरी। भगवा झंडों के साथ निकाली गई रैली में जय श्री राम के नारे भी गूंजे। करीब 100 बच्चे भारत माता और अतीत की वीरांगनाओं की वेशभूषा में सजे हुए थे। मुख्य मार्ग पर निकली रैली विशेष आकर्षण का केंद्र रही और लोग इसे देखने के लिए सड़क किनारे खड़े रहे। बाद में अष्टलक्ष्मी मंदिर परिसर में जनसभा का आयोजन किया गया। बैठक परिसर में युवतियों ने शक्ति प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया। उन्होंने भारत माता, रानी दुर्गावती और अहिल्याबाई होल्कर के चित्रों पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर बोलते हुए सुनीता रेड्डी ने चिंता व्यक्त की कि आधुनिकता के नाम पर अव्यवस्थित जीवनशैली अपनाने से आज की युवतियां खतरे में पड़ रही हैं। उन्होंने युवतियों को देश, धर्म और समाज के प्रति जिम्मेदारी से जीने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कारयुक्त व्यक्तित्व आज की युवा पीढ़ी की बुनियादी जरूरत है। दुर्गा वाहिनी की प्रदेश संयोजक वाणी सक्कूबाई ने कहा कि मातृ वंदना कार्यक्रम के नाम से उस समय की वीर नारियों के जज्बे को याद किया जाएगा। उन्होंने रोजमर्रा की जिंदगी में किसी भी विकट परिस्थिति में खुद की रक्षा करने का आत्मविश्वास सिखाया। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद पारिवारिक मूल्यों को नहीं भूलना चाहिए।