अपना घर बनवाना हर किसी का सपना होता है। यही वजह है कि जब कोई अपने घर का निर्माण करवाता है तो ईंट से लेकर बालू, सीमेंट तक का चुनाव बेहद ही सावधानीपूर्वक करता है। लेकिन कई लोग घर की दिशा का ख्याल नहीं रखते हैं और कहीं से भी कमरा और किचन आदि चीजें बनवा लेते हैं। वास्तु शास्त्र में घर की हर चीज के निर्माण के लिए नियम तय किए गए हैं। ऐसे में आपकी एक गलती आपको जीवन भर संकट में डाल सकती है। वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश बता रहे हैं कि बेसमेंट बनवाते समय दिशा के अलावा अन्य किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
वैसे तो घर में बेसमेंट बनवाना अशुभ माना जाता है, लेकिन फिर भी यदि बनवा रहें है तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। सबसे पहले तो आप बेसमेंट का निर्माण चाहें किन्हीं कारणों से कर रहे हों लेकिन बेसमेंट को कभी भी निवास के लिए उपयोग में नहीं लाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से आपके स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ता है।
इसके अलावा बेसमेंट की छत 9 से 10 फीट ऊंची बनवानी चाहिए ताकि बेसमेंट पूरी तरह से जमीन के अंदर न हो। वहीं ऊपर की तरफ पूर्व दिशा में खिड़कियां बनवाएं, जिससे रोशनी और हवा का प्रवाह बना रहे। बेसमेंट के अंदर गुलाबी या हरा रंग करवाना अच्छा रहता है, जबकि काला और लाल रंग कतई भी नहीं करवाना चाहिए।
बता दें कि वास्तु के अनुसार घर में बेसमेंट का निर्माण करवाना अच्छा नहीं होता। घर में बेसमेंट बनवाने से नकारात्मक असर पड़ता है। क्योंकि बेसमेंट भूमि के नीचे होता है, जिसके कारण यहां सूरज की रोशनी और ताजी हवा नहीं आ पाती और सकारात्मकता की कमी बनी रहती है।