नई दिल्ली। दिल्ली के सरकारी आवास पर पत्थर फेंकने का दावा कर एआईएमआईएम के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि कड़ी सुरक्षा जोन में घर होने के बावजूद चार बार हमला हो चुका है। उन्होंने इस राजस्थान के दो मुस्लिम युवकों की हत्या से भी जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जुनैद और नसीर को किडनैप करके जिंदा जलाया जा सकता है,तब वह कौन हैं?
सांसद ने कहा कि गोडसे समर्थक लोग इस हमले के पीछे हो सकते हैं, जिनके हौसले अभी बुलंद हैं।ओवैसी ने कहा, दिनदहाड़े जब जुनैद और नसीर को किडनैप करके उन्हें पीटकर जिंदा जला दिया जा सकता है तब मैं कौन से खेत की मूली हूं? जो भी यह कर रहे हैं उनके हौसले इसलिए बुलंद हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि उनकी पार्टी सत्ता में है। चाहे जुनैद हो, नासिर हो या जहां कहीं भी दलितों को, आदिवासियों को होता है, ओवैसी एमपी जरूर है, लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं। उन्हें लगता है कि हिंसा के जरिए वह अपने एजेंडे को पूरा कर सकते हैं। ओवैसी ने कहा कि हमलावर गोडसे की विचाराधारा में विश्वास करने वाले हो सकते हैं।
ओवैसी ने कहा, यह चौथी बार मेरे घर पर हमला हुआ है। 10 कदम पर दिल्ली पुलिस का हेडक्वॉर्टर है, बाजू में चुनाव आयोग है, हाई सिक्यॉरिटी जोन है, इतने कैमरा हैं। कल डीसीपी साहब आए थे मैंने उसने कहा कि आप कैमरा में देख लीजिए, निकाल लीजिए उन्हें। एक बार अंदर घुकर उन्होंने हमारे घरेलू सहायक राजू को पीटा था। यूपी चुनाव के दौरान लाइव टेलिकास्ट करके पत्थर फेंके थे।