तेलंगाना

डीजीपी : तेलंगाना पुलिस साइबर अपराधों से निपटने में सबसे आगे

Rani Sahu
31 Aug 2022 7:08 AM GMT
डीजीपी : तेलंगाना पुलिस साइबर अपराधों से निपटने में सबसे आगे
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तेलंगाना पुलिस साइबर अपराधों से निपटने में सबसे आगे
हैदराबाद। तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक एम.महेंद्र रेड्डी ने कहा कि राज्य पुलिस के ठोस और नियमित सक्रिय रहने से ही उच्च साइबर अपराध तथा मानव तस्करी जैसे मामलों से पीड़ितों को छुटकारा दिलाने में पहले स्थान पर रही हैं। श्री रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि तेलंगाना पुलिस पूरे देश में याचिकाओं को प्राथमिकी में बदलने में पहले स्थान पर है, हालांकि कई अन्य राज्यों में साइबर अपराध ऑनलाइन याचिकाओं की संख्या बहुत अधिक है जो अपराध को नियंत्रित करने और पीड़ितों को न्याय प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता की गवाही देती है।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में प्राथमिकी दर्ज करने से अपराधियों की गिरफ्तारी हो सकती है और चोरी हुए धन की वसूली हो सकती है तथा इस तरह पीड़ितों को न्याय मिल सकता है। केंद्र सरकार ने विभिन्न पुलिस एजेंसियों और हितधारकों के बीच साइबर अपराध की रोकथाम और पता लगाने के प्रयासों के समन्वय के लिए गृह मंत्रालय (एमएचए) में भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14सी) की स्थापना की है। केंद्र सरकार द्वारा साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 और राष्ट्रीय अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) शुरू किए गए, ताकि साइबर अपराधों को तुरंत रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य ने जून 2021 में एनसीआरपी और टोल फ्री हेल्पलाइन 1930 का जब से संचालन किया, तब से तेलंगाना पुलिस 26.6 करोड़ रुपये की राशि साइबर धोखाधड़ी करने वालों के पास जाने से रोकी है। एमएचए साइबर ठगी करने वालों पर लगातार निगरानी बनाए रखे हुए हैं। डीजीपी ने कहा, "सभी राज्यों के साथ इस सुविधा का संचालन और ऑनलाइन शिकायतों को प्राथमिकी में बदलने के निर्देश दिए ताकि पीड़ितों को पैसा वापस किया जा सके और अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जा सके।"
उन्होंने बताया कि इस डिजिटल युग में साइबर अपराध पूरे देश में हो रहे हैं और अधिकांश साइबर अपराधी झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और एनसीआर से काम कर रहे हैं और देश भर में पीड़ितों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से सभी राज्यों ने मिलकर देश भर के लोगों का 116 करोड़ रुपये को साइबर जालसाजों के पास जाने से रोका है। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना राज्य पुलिस ऋण ऐप धोखेबाजों, केबीसी लॉटरी धोखाधड़ी, आधार सक्षम भुगतान धोखाधड़ी, एक्ससिलिका भुगतान धोखाधड़ी के राष्ट्रव्यापी साइबर अपराध नेटवर्क की पहचान करने और उनका भंडाफोड़ करने में सबसे आगे रही है।
उन्होंने कहा कि हमने देश भर में दर्ज किए गए 34,000 मामलों से संबंधित लिंक की खोज और रिपोर्ट की है और एमएचए के साथ साझा किया है। साइबर अपराधों और अपराधियों पर नज़र रखने के लिए तेलंगाना पुलिस द्वारा विकसित एक सॉफ्टवेयर साइकैप्स का उपयोग देश के 25 राज्यों द्वारा किया जा रहा है।
Rani Sahu

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