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नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इन दिनों क्षेत्रीय दलों के प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। साथ ही वह 2024 के चुनाव के लिए भूमिका तैयार करने में लगे हुए हैं। रविवार को वह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चंडीगढ पहुंचे। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने किसानों से कहा कि वे तब तक आंदोलन करते रहें जब तक कि उन्हें एमएसपी की संवैधानिक गारंटी नहीं मिल जाती।
उन्होंने कहा, किसान जब चाहें सरकार बदल सकते हैं। उनके लिए यह कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा, किसान पूरे देश में आंदोलन करें। हम लोग विपक्षी पार्टियों को साथ लेकर पूरा समर्थन करेंगे। किसानों को इस तरह संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में कदम जमाने की कोशिश शुरू कर दी है। उन्होंने चंडीगढ़ में मृतक किसानों के परिवार वालों को 3-3 लाख रुपये की मदद राशि भी दी।
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, किसान आंदोलन पूरे देश के लिए था न कि केवल पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए। केंद्र सरकार स्टेडियम को जेल बना देना चाहती थी। लेकिन हमने ऐसा होने नहीं दिया। यहां तक कि मैं खुद आंदोलन से ही निकला हूं। अन्ना आंदोलन से। सरकार तब भी यही काम करती थी। मैं खुद कई दिनों तक स्टेडियम में रहा।
इस कार्यक्रम में किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत भी पहुंचे थे। केसीआर ने अपने भाषण की शुरुआत में ही उनका नाम लिया। राव ने उर्वरकों की कीमते और एमएसपी को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की।
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केसीआर ने कहा कि पहले बड़ी संख्या में किसान आंत्महत्या करते थे। बिजली की सुविधा नहीं थी लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद बिजली की समस्या का समाधान किया गया। हम 24 घंटे फ्री बिजली देते हैं। केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब राज्य किसानों के लिए कुछ करने लगते हैं तो उन्होंने अच्छा नहीं लगता है।
बता दें कि इन दिनों केसीआर क्षेत्रीय दलों के नेताओं को साधने में लगे हैं। बीते दिनों उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। अब वह 26 मई को बेंगलुरु में पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा से मिलने वाले हैं।
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