तेलंगाना HC से अविनाश रेड्डी को राहत, मिली सशर्त अग्रिम जमानत
हैदराबाद न्यूज: तेलंगाना उच्च न्यायालय ने कडप्पा के सांसद वाई.एस. अविनाश रेड्डी को आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में अग्रिम जमानत दे दी है। हाईकोर्ट की विशेष अवकाश पीठ ने बुधवार को अपना फैसला सुनाया। अदालत ने मामले की सुनवाई पिछले सप्ताह पूरी कर ली थी। सीबीआई और विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता रेड्डी ने अग्रिम जमानत का विरोध किया था। अविनाश रेड्डी की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसले में देरी पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नाराजगी जताए जाने के बाद हाईकोर्ट ने सुनवाई शुरू की थी। अविनाश रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी के चचेरे भाई हैं। वह इस महीने तीन बार सीबीआई से समन मिलने के बावजूद पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए। सांसद 16 मई और 19 मई को हैदराबाद में सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए थे। उन्होंने 16 मई को पुलिवेंदुला में पूर्व-निर्धारित आधिकारिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए चार दिन का समय मांगा था। उन्होंने 19 मई को सीबीआई को बताया कि उनकी मां बीमार है। उन्हें कुरनूल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सांसद भी वहीं रह रहे थे।
केंद्रीय एजेंसी ने 19 मई को एक नया नोटिस जारी किया था, जिसमें उसे 22 मई को उसके हैदराबाद कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया था। संभावित गिरफ्तारी के लिए सीबीआई अधिकारियों के कुरनूल पहुंचने की खबरों के बीच, उन्होंने सीबीआई को पत्र लिखकर अपनी मां की स्थिति को देखते हुए 27 मई तक पेशी से छूट मांगी। विवेकानंद रेड्डी दिवंगत मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के भाई और जगन मोहन रेड्डी के चाचा थे। उनकी चुनाव से कुछ सप्ताह पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी। सीबीआई ने पिछले महीने अविनाश रेड्डी के पिता वाई.एस. भास्कर रेड्डी को गिरफ्तार किया था जो राजशेखर रेड्डी के चचेरे भाई हैं।
एजेंसी ने कई मौकों पर सुनवाई के दौरान अदालत को बताया कि भास्कर रेड्डी, अविनाश रेड्डी और उनके अनुयायी देवीरेड्डी शिव शंकर रेड्डी ने विवेकानंद रेड्डी की हत्या की साजिश रची क्योंकि उन्होंने अविनाश रेड्डी को कडप्पा लोकसभा सीट से टिकट देने का विरोध किया था। अविनाश रेड्डी ने अपने और अपने पिता पर लगे आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सीबीआई ने मामले में कई महत्वपूर्ण तथ्यों की अनदेखी की।