तमिलनाडू

दिहाड़ी मजदूरी करने वाली आदिवासी लड़की ने JEE Main में हासिल किए बेहतरीन अंक

Apurva Srivastav
11 July 2024 2:43 AM GMT
दिहाड़ी मजदूरी करने वाली आदिवासी लड़की ने JEE Main में हासिल किए बेहतरीन अंक
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JEE Main: तमिलनाडु (Tamil Nadu) की एक आदिवासी लड़की अब इंजीनियर बनेगी। तिरुचिरापल्ली के आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली 18 वर्षीय रोहिणी ने जेईई मेन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (engineering entrance exam) में 73.8 फीसदी अंक हासिल किए हैं। रोहिणी को देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान एनआईटी त्रिची में बीटेक में दाखिला मिला है। अपनी सफलता के बारे में उन्होंने कहा: 'मैं एक आदिवासी समुदाय की छात्रा हूं। आदिवासी सरकारी स्कूल (tribal government school) में ही पढ़ी हूं। मैंने जेईई की परीक्षा दी और 73.8 प्रतिशत अंक हासिल किए। एनआईटी त्रिची में मेरी सीट है। मैंने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स चुना। तमिलनाडु सरकार ने मेरी सारी फीस देने की पेशकश की है। मैं सीएम को उनकी मदद के लिए धन्यवाद देती हूं। मैंने अपने स्कूल के शिक्षकों की मदद से जेईई मेन (JEE Main) में अच्छा प्रदर्शन किया।' रोहिणी एक गरीब और वंचित वर्ग से आती हैं
उन्होंने कहा कि प्रवेश परीक्षा (entrance exam) की तैयारी के अलावा, उन्होंने खुद भी दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम किया। उन्होंने एएनआई को बताया, "मेरे माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और मैंने परीक्षा की तैयारी के दौरान दिहाड़ी मजदूर के रूप में भी काम किया। मैंने अच्छी पढ़ाई की, इसलिए मुझे त्रिची एनआईटी में सीट मिल गई।" रोहिणी की लड़ाई और उनके घर का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। वीडियो में उन्हें अपने घर पर खाना बनाते और बागवानी करते देखा जा सकता है। क्लिप के अंत में, वह अपना प्रवेश पत्र भी दिखाती हैं।
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