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नई दिल्ली (आईएएनएस)। एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन द्वारा जबरन धर्मांतरण का विरोध करने पर एक व्यक्ति की हत्या से संबंधित पीएफआई साजिश मामले में रविवार को तमिलनाडु में 21 स्थानों पर पांच फरार घोषित अपराधियों और संदिग्धों के घरों पर छापेमारी की।
रामलिंगम हत्याकांड पीएफआई साजिश मामले में राज्यव्यापी छापेमारी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कई पदाधिकारियों के आवासीय परिसरों पर की गई, जिसमें नेल्लई मुबारक भी शामिल हैं, जो एसडीपीआई के राज्य अध्यक्ष भी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, जिन अन्य लोगों के घरों पर छापेमारी की गई है उनमें फरार आरोपी मोहम्मद अली जिन्ना, अब्दुल मजीथ, बुरहानुद्दीन, शाहुल हमीद और नबील हसन शामिल हैं।
एनआईए ने पांच भगोड़ों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वालों को पांच-पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। मामले में पहले से गिरफ्तार अन्य लोगों के खिलाफ फिलहाल मुकदमा चल रहा है।
इससे पहले, एनआईए ने 2 अगस्त 2019 को चेन्नई की एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पांच फरार आरोपियों सहित 18 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। एनआईए कोर्ट ने इन पांचों फरार आरोपियों को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
एक अधिकारी ने कहा कि तंजावुर, मदुरै, तिरुनेलवेली, तिरुपुर, विल्लुपुरम, त्रिची, पुदुकोट्टई, कोयंबटूर और मयिलादुथुराई जिलों में रविवार को की गई छापेमारी में मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
गौरतलब है कि 5 फरवरी 2019 को पीएफआई के सदस्यों और पदाधिकारियों द्वारा तंजावुर के पाकु विनायकम थोप्पू में रामलिंगम की हत्या कर दी गई थी।
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