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चेन्नई, (आईएएनएस)। तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में प्रस्तावित परंदूर हवाईअड्डे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है और इसके खिलाफ ग्रामसभा की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है।
परांदूर में गांधी जयंती पर बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे बैठे एकानपुरम के ग्रामीणों ने प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वालों में ज्यादातर महिलाएं थीं।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य विधानसभा में 20,000 करोड़ रुपये की लागत से परांदूर में एक हवाईअड्डे के निर्माण की घोषणा की थी। नए हवाईअड्डे में दो रनवे, टैक्सीवे, एप्रन, कार्गो टर्मिनल और अन्य बुनियादी ढांचे के बीच नई इमारतों का प्रस्ताव है। किसानों समेत ग्रामीणों ने इसका कड़ा विरोध किया है।
राज्य सरकार ने हवाईअड्डा परियोजना के कारण विस्थापित हुए लोगों को बाजार मूल्य से अधिक मुआवजे का वादा किया है। हालांकि, जिले के लोग परियोजना का विरोध कर रहे हैं और सरकार को परियोजना के खिलाफ जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है।
इकानापुरम गांव के एक कृषक एम. कुमारसामी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, हम हवाईअड्डा परियोजना के लिए अपनी जमीन सरकार को नहीं लेने देंगे। द्रमुक सरकार ने किसानों सहित गरीबों और दलितों की जरूरतों का ध्यान रखने का वादा किया था। क्या इसी तरह वे हमारी जरूरतों की देखभाल कर रहे हैं, हमारी जमीन छीन रहे हैं जो हमारी एकमात्र आजीविका है? जोरदार विरोध होगा और हम उनके द्वारा दिए जा रहे मुआवजे के लालच में नहीं आ सकते।
ग्रामीणों ने आने वाले दिनों में हवाईअड्डा परियोजना के खिलाफ सत्याग्रह करने का भी फैसला किया है।
सरकार ने 2028 तक चेन्नई में परांदूर में दूसरे हवाईअड्डे को चालू करने की घोषणा की है और इसके निर्माण के लिए लगभग 4,500 एकड़ क्षेत्र का अधिग्रहण किया जाएगा। राज्य सरकार की राय है कि दूसरे हवाईअड्डे के बिना चेन्नई और उसके आसपास के क्षेत्रों का विकास रुक जाएगा।
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