
चेन्नई: राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने हिज़्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के तीन कथित आतंकवादी गुर्गों के खिलाफ प्रतिबंधित संगठन की विचारधारा का प्रचार करने और उसकी गतिविधियों के लिए विदेशों व अन्य स्रोतों से धन जुटाने की साजिश रचने का आरोप पत्र दाखिल किया है। एजेंसी ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
कबीर अहमद अलियार उर्फ कबीर अहमद, अज़ीज़ अहमद उर्फ अज़ीज़ अहमद उर्फ जलील अज़ीज़ अहमद और बावा बहरुदीन उर्फ मन्नाई बावा पर एजेंसी के चेन्नई ब्यूरो द्वारा दर्ज मामले में आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
एनआईए ने कहा कि आरोपियों ने भारत विरोधी ताकतों से सैन्य सहायता प्राप्त करके और एचयूटी के संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी द्वारा लिखे गए संविधान को लागू करके भारत में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए एचयूटी के पदाधिकारियों के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी। एनआईए की जांच से पता चला कि तीनों ने हज और उमराह यात्रियों के माध्यम से पाकिस्तानी सेना से सहायता प्राप्त करने की भी योजना बनाई थी।





