तमिलनाडू

कथित धर्मांतरण का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को जांच के लिए मद्रास HC ने बुलाया, फोन की होगी जांच

Kunti Dhruw
24 Jan 2022 4:09 PM GMT
कथित धर्मांतरण का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को जांच के लिए मद्रास HC ने बुलाया, फोन की होगी जांच
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मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के तंजावुर जिले में 17 साल की एक छात्रा की कथित आत्महत्या मामले (Thanjavur Girl Death) में उस व्यक्ति को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है.

मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के तंजावुर जिले में 17 साल की एक छात्रा की कथित आत्महत्या मामले (Thanjavur Girl Death) में उस व्यक्ति को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है, जिसने लड़की के कथित जबरन धर्मांतरण का वीडियो रिकॉर्ड किया था. कोर्ट ने मंगलवार को उस व्यक्ति को अपना मोबाइल फोन भी जमा करने को कहा है. इसके अलावा कोर्ट ने लड़की के माता-पिता को भी जांच के लिए पेश होने का आदेश दिया है. कोर्ट ने जांच अधिकारी को निर्देश दिया है कि वे मोबाइल फोन को चेन्नई में फॉरेंसिक साइंस विभाग को भेजें और 27 जनवरी तक वीडियो की प्रमाणिकता को लेकर रिपोर्ट जमा करें.

मामले में अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी. राज्य सरकार की तरफ से पेश वकील ने भी विस्तृत रिपोर्ट फाइल करने के लिए कोर्ट से एक हफ्ते का समय मांगा. तंजावुर जिले में 12वीं कक्षा की छात्रा ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. इस घटना से दुखी परिवारवालों ने कथित रूप से स्कूल पर आरोप लगाया था कि उसका जबरन ईसाई धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.
फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी
तिरुकट्टुपल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि छात्रा की कथित आत्महत्या मामले में उसने मिशनरी स्कूल के हॉस्टल वार्डन को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने छात्रा की मौत के मामले में फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. पुलिस ने बताया था, "छात्रा ने 9 जनवरी को जहर खा लिया था और पुलिस को उसके माता-पिता से इस बारे में पहली सूचना 15 जनवरी को मिली. पुलिस ने आईपीसी और जुवेनाइल जस्टिस कानून की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है." छात्रा की मौत 19 जनवरी को हुई थी.
छात्रा के पिता ने हाई कोर्ट की मदुरै बेंच में दाखिल याचिका में अपनी बेटी की आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई या किसी दूसरी स्वतंत्र जांच एजेंसी से कराने की मांग की थी. दर्ज एफआईआर के मुताबिक, "छात्रा हॉस्टल में रह रही थी. वार्डन ने 9 जनवरी को उसे कथित रूप से घरेलू कामकाज के लिए बाध्य किया था. उसने कथित रूप से अपनी जान देने की कोशिश की, क्योंकि वह क्रूरता बर्दाश्त नहीं कर पाई."
बीजेपी ने जबरन धर्मांतरण का लगाया आरोप
हालांकि BJP विधायक और अखिल भारतीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष वनाती श्रनिवासन ने शनिवार को आरोप लगाया था कि 17 वर्षीय स्कूली किशोरी ने जबरन धर्मांतरण के दबाव में आत्महत्या की और इस मामले की उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की. विधायक ने बयान जारी कर कहा कि छात्रा ने वीडियो संदेश में स्कूल के कुछ लोगों का नाम लिया जो उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहे थे और कहा कि इस कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया. बयान में कहा गया कि मरते समय वीडियो में लड़की की बातें विश्वसनीय प्रतीत होती हैं.
उन्होंने कहा कि छात्रा के माता-पिता की शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और प्रदर्शन के बाद ही छात्रावास की वार्डन को हिरासत में लिया गया. तमिलनाडु के मानव संसाधन मंत्री पीके शेखर बाबू ने शनिवार को कहा था कि राज्य में जबरन धर्मांतरण के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा था, "सरकार हर धर्म के साथ समान रुख अपनाती है. यह मेरा और मुख्यमंत्री (एमके स्टालिन) का मानना है."


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