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चेन्नई, (आईएएनएस)| तमिलनाडु के वन विभाग ने वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में जंगली सूअरों के मरने के बाद आंतरिक वन क्षेत्रों में जंगली सूअर के शवों की तलाश के लिए अवैध शिकार विरोधी निगरानीकर्ता (एपीडब्ल्यू) को तैनात किया है। एमटीआर के अधिकारियों ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि कम से कम पांच जंगली सूअरों की मौत हो गई और इसकी वजह अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (एएसएफ) हो सकती है।
एक सप्ताह के भीतर एमटीआर क्षेत्र में कम से कम 21 जंगली सूअरों की मौत हो गई है और तमिलनाडु पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (टीएएनयूवीएएस) और भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) एक अध्ययन करेंगे।
क्षेत्र में जंगली सूअरों के बीच बुखार को और फैलने से रोकने के लिए शवों को जला दिया गया।
एमटीआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, जंगली सूअरों को ट्रैक करना और इन जंगली सूअरों को बुखार से बचाना लगभग असंभव है, लेकिन हमने फील्ड स्टाफ को मृत सूअरों के शवों का पता लगाने और उन्हें जलाने और नष्ट करने का निर्देश दिया है। फिलहाल हम यही कर सकते हैं।
थेप्पाकडु पर्यटन क्षेत्रों में शवों के मिलने के साथ, वन विभाग ने अधिकारियों को क्षेत्र की घेराबंदी करने का निर्देश दिया है।
--आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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