पट्टिना प्रवेशम शोभायात्रा पर प्रतिबंध को लेकर विवाद, 500 साल पुरानी है महंत को पालकी में लेकर जाने वाली परंपरा
तमिलनाडु (Tamil Nadu) में पट्टिना प्रवेशम शोभायात्रा (महंत को पालकी में लेकर जाने वाली यात्रा) निकालने पर प्रतिबंध को लेकर विवाद जारी है. बता दें कि कार्यक्रम मई के अंतिम सप्ताह में होना है लेकिन इससे पहले इस पर रोक लगा दी गई है. इससे कई लोग आहत हैं. इस क्रम में मदुरै अधीनम के प्रमुख श्री हरिहर श्री ज्ञानसंबंदा देसिका स्वामीगल ने कहा कि धरमापुरम अधीनम 500 साल पुराना है और पिछले 500 साल से यह (Pattina Pravesam) चल रहा था, लेकिन इस साल इस पर रोक लग जाने से मुझे दुख हो रहा है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कार्यक्रम सदियों से होता आ रहा है और इसे ब्रिटिश राज के दौरान तथा देश की आजादी के बाद सभी मुख्यमंत्रियों ने भी अनुमति दी थी. उन्होंने कहा कि पूर्व दिवंगत सीएम करुणानिधि ने भी इसकी अनुमति दी थी. इसे किसी ने नहीं रोका. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
TN | Dharmapuram Adheenam is 500 yrs old&for past 500 yrs this (Pattina Pravesam) was going on. But this yr suddenly it's not happening, I'm pained. Even the British had permitted Pattina Pravesam: Sri Harihara Sri Gnanasambanda Desika Swamigal, Madurai Adheenam Chief (03.05.22) pic.twitter.com/81N2rqnsZZ
— ANI (@ANI) May 4, 2022
Thanjavur, Tamil Nadu | Pattina Pravesam is a religious ritual. Nobody has right to stop this. It is done by followers of the mutt. I, as a Mannargudi Jeeyar, warn these 'Dharmdrohi' & 'Deshdrohi' for their anti-Hindu works: Mannargudi Sri Sendalangara Jeeyar, Vaishnavaite Guru pic.twitter.com/NqAurCSeoU
— ANI (@ANI) May 4, 2022