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चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को कहा कि उनकी द्रविड़ मॉडल सरकार के मूल मूल्य 'मानवतावाद' और 'सामाजिक न्याय' हैं और विकास केवल आर्थिक दृष्टि से नहीं होना चाहिए बल्कि इसमें सामाजिक प्रगति भी शामिल होनी चाहिए.
यह शासन का एक समावेशी, सर्वांगीण प्रारूप:
स्टालिन आभासी माध्यम से कनाडा में सामाजिक न्याय पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय मानवतावाद सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री बार-बार अपनी सरकार को ''द्रविड़ मॉडल'' की व्यवस्था के तौर पर पेश करते हैं. उनका कहना है कि यह शासन का एक समावेशी, सर्वांगीण प्रारूप है.
वह सभी समावेशी शासन के प्रारूप के उदाहरण:
उन्होंने कहा कि मेरी द्रविड मॉडल सरकार की केंद्रीय विचारधारा मानवतावाद और सामाजिक न्याय है. हम आरक्षण के लाभ सहित हर जगह सामाजिक न्याय स्थापित कर रहे हैं. उन्होंने अपनी सरकार द्वारा स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में की गईं सरकारी पहलों को सूचीबद्ध करते हुए कहा कि वह सभी समावेशी शासन के प्रारूप के उदाहरण हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले 50 साल में आरक्षण के अधिकार, द्विभाषा सूत्र, तमिल विकास, बुनियादी ढांचे समेत खेती पर ध्यान देने के कारण तमिलनाडु राज्य ने तेजी से प्रगति की है. स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सामाजिक न्याय, समानता, स्वाभिमान और भाषाई गौरव के लिए खड़ा है. मुख्यमंत्री ने सुधारवादी नेता 'पेरियार' ईवी रामासामी की प्रशंसा करते हुए उन्हें दूरदर्शी व्यक्ति बताया.
न्यूज़ क्रेडिट : firstindianews

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