तमिलनाडू

पलनीस्वामी के साथ शीर्ष नेताओं की मुलाकात के पक्ष में भापजा आलाकमान

Rani Sahu
5 April 2023 9:09 AM GMT
पलनीस्वामी के साथ शीर्ष नेताओं की मुलाकात के पक्ष में भापजा आलाकमान
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चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई के पार्टी के 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की खुली बयानबाजी के बावजूद पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व मामले में कोई प्रतिक्रिया देने में सावधानी बरत रहा है। अन्नामलाई ने हाल में पार्टी की एक बैठक में धमकी दी थी कि यदि अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन जारी रहता है तो वह इस्तीफा दे देंगे। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन जारी रहेगा।
मद्रास उच्च न्यायालय की एकल खंडपीठ से अपने पक्ष में फैसला आने के तुरंत बाद अन्नाद्रमुक महासचिव के. पलानीस्वामी ने कहा था कि भाजपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा।
भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस बात को लेकर उत्सुक है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को तमिलनाडु में कुछ सीटें मिलें। उसका मानना है कि इसके लिए एक द्रविड़-पार्टी के साथ गठबंधन जरूरी है।
भाजपा का राज्य में अन्नाद्रमुक के साथ पहले से गठबंधन है। ऐसे में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई का बयान केंद्रीय नेतृत्व को रास नहीं आ रहा है।
अन्नाद्रमुक के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 8 और 9 अप्रैल को होने वाले राज्य के दौरे के दौरान पलनीस्वामी के साथ उनकी बैठक हो सकती है। मोदी यहां चेन्नई हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन करने के लिए आ रहे हैं।
अन्नाद्रमुक महासचिव गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से भी मिलेंगे, हालांकि अभी तय नहीं है कि ये बैठकें कब होंगी।
मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को देखते हुए राज्य में द्रमुक नीत सेकुलर प्रोग्रेसिव अलायंस (एसपीए) बेहतर स्थिति में है। ऐसे में अन्नाद्रमुक दूसरे विकल्प तलाश रहा है। इसमें नाम तमिलार काची (एनटीके), वीसीके और डीएमडीके के साथ गठबंध का विकल्प भी शामिल है। इन दलों की कई निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छी पैठ है।
इन दलों के अलावा कुछ मुस्लिम राजनीतिक संगठन भी अन्नाद्रमुक के भाजपा से संबंध खराब होने की स्थिति में उसके साथ गठबंधन करना चाहते हैं।
इस खतरे को देखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने अन्नाद्रमुक के नेताओं को बता दिया है कि वह गठबंधन जारी रखना चाहता है और दोनों दलों के बीच आपसी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे।
--आईएएनएस
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