x
नई दिल्ली, (आईएएनएस)। तमिलों पर हिंदी थोपने के तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि उनकी सरकार के लिए तमिल भाषा सहित सभी भारतीय भाषा, भारत की राष्ट्रीय भाषा है और सरकार किसी भी भाषा को किसी दूसरी भाषा पर थोपना नहीं बल्कि हर क्षेत्र की मातृभाषा को बढ़ावा देना चाहती है।
आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वो इस मुद्दे पर न तो कोई राजनीतिक जवाब देना चाहते हैं और न ही कोई राजनीति करना चाहते हैं। उन्होंने इसे लेकर राजनीतिक विरोध करने वालों पर ( एमके स्टालिन) कटाक्ष करते हुए कहा कि जिसको इस मसले पर राजनीति करनी है वो करें।
आईएएनएस के सवाल का जवाब देते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में चेन्नई में एक विश्वविद्यालय के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि सभी भारतीय भाषा,भारत की राष्ट्रीय भाषा है। तमिल भाषा भी हम लोगों के लिए राष्ट्रीय भाषा है।
प्रधान ने कहा कि कोई भी भाषा, किसी अन्य भाषा पर लादी नहीं जाएगी, यहां तक कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी मातृभाषा में ही पढ़ाई-लिखाई की बात कही गई है।
उन्होंने हाल ही में मध्य प्रदेश में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मेडिकल साइंस की हिंदी की किताबों के लोकार्पण और आठ भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पाठ्यपुस्तक तैयार होने की बात कहते हुए कहा कि हिंदी भाषी क्षेत्रों में हिंदी और अन्य क्षेत्रों में वहां की भाषा को बढ़ावा दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
Next Story