तमिलनाडू
खर्च का हिसाब: चुनाव आयोग को इन राजनीतिक दलों ने सौंपी रिपोर्ट, डीएमके ने किए 218 करोड़ रुपये खर्च
Deepa Sahu
13 Jan 2022 6:19 PM GMT
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तमिलनाडु की सत्ताधारी द्रमुक ने इस साल 3 जनवरी को चुनाव आयोग को दाखिल अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कुल 218,49,22,072 रुपये का खर्च और 149,95,12,635 रुपये की कुल प्राप्ति को दिखाया है।
तमिलनाडु की सत्ताधारी द्रमुक ने इस साल 3 जनवरी को चुनाव आयोग को दाखिल अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कुल 218,49,22,072 रुपये का खर्च और 149,95,12,635 रुपये की कुल प्राप्ति को दिखाया है। वहीं, तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने 22 दिसंबर 2021 को दायर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कुल 42,36,73,610 रुपये का खर्च और 34,07,60,964 रुपये की कुल प्राप्ति दिखाई है।
बसपा ने खर्च किए 17 करोड़ रुपये
वहीं, मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव आयोग को सौंपी अपनी ऑडिट की गई वार्षिक रिपोर्ट में 17 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च दिखाया है। पिछले साल 30 दिसंबर को दायर की गई रिपोर्ट में 52,46,79,235 रुपये की रसीदें दिखाईं। पार्टी ने गुरुवार को चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अपनी वार्षिक लेखा रिपोर्ट में 17,29,72,729 रुपये का खर्च दिखाया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा के पास 15 सीटें हैं और 10 फरवरी से शुरू होने वाले इस साल के चुनाव में 403 सदस्यीय सदन में अपनी मौजूदगी बढ़ाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। सात चरणों के चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी समाजवादी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
मान्यता प्राप्त राज्य दलों की श्रेणी में झारखंड मुक्ति मोर्चा, जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की 2020-21 के लिए वार्षिक लेखा रिपोर्ट अपलोड की है।
पिछले साल 31 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने वाले झामुमो ने कुल 58,43,655 रुपये खर्च और कुल 90,66,500 रुपये की प्राप्ति दिखाई है। 27 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट दाखिल करने वाली पीडीपी ने कुल खर्च 9,95,450 रुपये और कुल प्राप्ति 33,289 रुपये दर्शायी है।
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