x
चेन्नई । तमिलनाडु के तंजावुर जिले के करीब 80 आदिवासी छात्रों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। यह सभी छात्र नारिकुराव समुदाय के हैं। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी का कहना हैकि उनके उच्चारण और बोलने के तौर-तरीकों को लेकर उनके साथ पढ़ने वाले बच्चे आदिवासी बच्चों का मजाक उड़ाते थे। जिसके कारण उन्होंने स्कूल आना छोड़ दिया है। जिले में ड्राप आउट छात्रों के सर्वे में पाया गया कि पिछले शैक्षणिक सत्र में 1700 आदिवासी छात्रों ने स्कूल छोड़ दिया है। तंजावुर जिला प्रशासन के अनुसार आदिवासियों के आवास क्षेत्र के पास जो स्कूल था। उसे कोरोना काल में बंद कर दिया गया था। अब आदिवासी क्षेत्र में स्कूल खोलने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
Next Story