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चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु पुलिस के इतिहास में पहली बार कोयंबटूर शहर की पुलिस ने दो महिला कांस्टेबलों को खोजी कुत्ते के रूप में नियुक्त किया है। दो पुलिसकर्मी - कविप्रिया (25) और भवानी (26) इन दिनों खोजी कुत्तों को संभालने का प्रशिक्षण ले रही हैं।
कोयंबटूर शहर के पुलिस आयुक्त वी. बालाकृष्णन ने मीडियाकर्मियों से कहा, मैंने महिला पुलिस कांस्टेबलों को खोजी कुत्तों का संचालक बनने का अवसर देने का फैसला किया है, क्योंकि अब तक यह केवल पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा ही किया जाता था।
कविप्रिया ने बीएड करने के अलावा भौतिकी में बीएससी किया है और पुलिसभर्ती स्कूल (पीआरएस) में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वह कोयंबटूर शहर सशस्त्र रिजर्व पुलिस बल में तैनात हैं।
कविप्रिया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह पालतू पशुओं के प्रति प्रेम रखती हैं और पीआरएस में प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने डॉग डिटेक्टिव स्क्वैड की क्षमताओं को देखा था।
उन्होंने कहा कि कोयंबटूर सशस्त्र बल दस्ते में तैनात होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने पूछा कि क्या कोई महिला पुलिसकर्मी डॉग डिटेक्टिव स्क्वैड में शामिल होने में दिलचस्पी रखती है और उन्होंने तुरंत इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।
भवानी दक्षिणी तमिलनाडु के थेनी की रहने वाली हैं और उन्होंने बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बी.पेड) करने से पहले अंग्रेजी साहित्य में बीए किया है। उन्होंने आईएएनएस को बताया कि वह भी पालतू पशुओं के प्रति प्रेम रखती हैं और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने मौके का फायदा उठाया।
कविप्रिया को विल्मा नामक एक स्निफर डॉग आवंटित किया गया है, जो एक प्रशिक्षित ट्रैकिंग डॉग है, जबकि भवानी को माधना नाम का एक स्निफर डॉग आवंटित किया गया है, जो ड्रग्स को सूंघने में माहिर है।
दोनों महिला पुलिसकर्मियों का 1 मई से कोयंबटूर शहर पुलिस कमिश्नरेट में प्रशिक्षण चल रहा है और छह महीने के प्रशिक्षण के बाद उन्हें डॉग डिटेक्टिव स्क्वैड में शामिल किया जाएगा।
--आईएएनएस
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