सिक्किम

सिक्किम : औसत से कम हुई वर्षा, देश के कई हिस्सों में आज भी लू का प्रकोप, जानें मौसम का हाल

Shiddhant Shriwas
6 Jun 2022 7:16 AM GMT
सिक्किम : औसत से कम हुई वर्षा, देश के कई हिस्सों में आज भी लू का प्रकोप, जानें मौसम का हाल
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आमतौर पर मानसून के केरल पहुंचने के बाद 6 से 8 सेंटीमीटर तक बारिश होती है, लेकिन इस बार सर्वाधिक 5 सेंटीमीटर वर्षा अलपूझा जिले के मैनकोम्पू में हुई है।

जनता से रिश्ता | मानसून के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे देशवासियों को यह खबर थोड़ा चिंतित कर सकती है। खबर है कि केरल में तीन पहले पहुंचने के बाद मानसून ढीला पड़ गया है। इस बीच, देश के कई राज्यों में फिर लू का प्रकोप देखा जा रहा है। यह सोमवार को भी जारी रहेगा।

आमतौर पर मानसून के केरल पहुंचने के बाद 6 से 8 सेंटीमीटर तक बारिश होती है, लेकिन इस बार सर्वाधिक 5 सेंटीमीटर वर्षा अलपूझा जिले के मैनकोम्पू में हुई है। तिरुवनंतपुरम स्थित क्षेत्रीय मौसम केंद्र (IMD) के अनुसार केरल में मानसून 1 जून को आता है, इस बार यह तीन दिन पहले यानी 29 मई को ही आ गया, लेकिन उसके बाद के सप्ताह में इसमें अपेक्षित वर्षा नहीं हुई। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार मानसून के पहले सप्ताह में राज्य में औसत से 50 फीसदी कम वर्षा हुई है। विभाग का कहना है कि राजधानी तिरुवनंतपुरम में पारा फिर चढ़कर 32 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि मानसून के आरंभिक दिनों में ऐसा बहुत कम होता है। आमतौर पर मानसून आने के बाद केरल के विभिन्न हिस्सों में 6 से 8 सेंटीमीटर तक बारिश होती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।

अभी सक्रिय अवस्था में नहीं पहुंचा मानसून

मौसम विभाग का कहना है कि केरल में बारिश इसलिए कम हो रही है, क्योंकि मानसून को बढ़ावा देने वाला कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है। इसलिए राज्य में मानसून अभी सक्रिय अवस्था में नहीं पहुंचा है। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के अनुसार राज्य में तेज हवाएं भी नहीं चल रही हैं। इस कारण हल्की वर्षा ही हो रही है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के महेश पालावत के अनुसार अगले करीब एक सप्ताह तक ऐसे ही हालात रहेंगे। भारी बारिश का अनुमान नहीं है। कर्नाटक के अंदरूनी हिस्सों में जरूर तेज वर्षा हो सकती है।

15 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है मानसून

दक्षिण पश्चिमी मानसून देश का जीवनदाता है। यह आमतौर 1 जून को केरल में दस्तक देने के बाद 15 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है। फिलहाल यह कमजोर पड़ा है, इसका मतलब यह नहीं है, आगे गति नहीं पकड़ेगा। श्रीलंका चक्रवाती हवाओं व अरब सागर से पश्चिमी हवा के असर से अगले कुछ दिनों में व्यापक बारिश का अनुमान है। स्काईमेट के अनुसार केरल में 7 से 10 जून के बीच मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इसी के दम पर देश की खेती बाड़ी समेत तमाम उद्योग धंधे निर्भर हैं।

दिल्ली समेत यहां जारी रहेगा लू का असर

एक और जहां मानसून अभी चाल नहीं पकड़ रही है, वहीं इन दिनों में अक्सर सक्रिय रहने वाला पश्चिम विक्षोभ भी ठिठक गया है। इसलिए अगले कुछ दिनों में देश के अनेक हिस्सों में फिर गर्मी व लू का दौर जारी रहेगा। राजधानी दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में विदर्भ के पूर्वी हिस्से, उत्तरी राजस्थान, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अनेक स्थानों पर पारा आज सामान्य से काफी ज्यादा चढ़ सकता है। इन राज्यों में लू चल सकती है।

स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों में पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कर्नाटक में कुछेक जगह भारी बारिश हो सकती है।

लक्षद्वीप, केरल, आंतरिक तमिलनाडु, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिहार के पूर्वी हिस्सों, दक्षिण कोंकण और गोवा और जम्मू कश्मीर में हल्की बारिश संभव है।

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