सिक्किम के सीएम गोले ने निवेशकों को निवेश का दिया न्योता
नार्थ ईस्ट न्यूज़: बिहार चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज में शुक्रवार को सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने बिहार के निवेशकों को लुभाने के लिए कहा, सिक्किम दूर नहीं है। तीन घंटे में दरभंगा, वहां से दो घंटे में सिलीगुड़ी और वहां से रेल सेवा शुरू होने के बाद एक घंटे में सिक्किम। वहां आपका स्वागत है। हर क्षेत्र के निवेशकों को कानून के अनुसार हर तरह का सहयोग मिलेगा। 2028 तक टैक्स होलिडे मिलेगा। दूध उत्पादन पर प्रति लीटर आठ रुपये इन्सेंटिव मिलेगा।
उन्होंने कहा कि छह जिला और सात लाख की आबादी वाला सिक्किम छोटा प्रदेश है, लेकिन इसका क्षेत्रफल बड़ा है। फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र की 65 बड़ी कंपनियां वहां दवाओं का उत्पादन कर रही हैं। आप भी आ सकते हैं। वहां 2028 तक टैक्स होलिडे का लाभ मिलेगा। यह पांच साल के लिए और बढ़ने वाला है। वहां शांति है। लाइसेंस भी आसानी से मिल जाएगा। हम सौ प्रतिशत आर्गेनिक खेती कर रहे हैं। फर्टिलाइजर पर प्रतिबंध है। दो लीटर से कम वाले प्लास्टिक बोतल पर भी प्रतिबंध है। सरकारी डेयरी को दूध बेचने पर आठ रुपये प्रति लीटर इन्सेंटिव मिलेगा। इन्सेंटिव का प्रविधान के बाद राज्य में प्रति दिन दूध उत्पादन 30 हजार लीटर से बढ़कर 60 हजार लीटर पर पहुंच गया है। बिहार ने राज्यपाल के रूप में हमें एक ऐसा अनुभवी व्यक्ति दिया है, जिसके नेतृत्व में सिक्किम का चौतरफा विकास हो रहा है। उन्होंने टैली कोर्स करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया।
सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि सिक्किम में दो गांवों को मैंने गोद लिया है। आदर्श ग्राम के रूप में इनका विकास हो रहा है। अमृत महोत्सव पार्क का निर्माण कराया है। बिहार जागरण मंच भी है। बिहार चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने कहा कि सिक्किम को जैविक खेती के लिए ग्लोबल फ्यूचर पालिसी अवार्ड मिला है। हम भी यह सीख सकते हैं। इस मौके पर सिक्किम के ऊर्जा एवं श्रम मंत्री मिंगमा नोरबू शेरपा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं शहरी विकास मंत्री अरुण उप्रेती, विधायक संजीव चौरसिया, चैंबर के एनके ठाकुर, मुकेश जैन, अमित मुखर्जी, अजय गुप्ता, बीआइए के आशीष रोहतगी, मनीष तिवारी सहित अन्य उपस्थित थे।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने चैंबर के कौशल विकास केंद्र के टैली कोर्स करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट बांटते समय उन्होंने एक छात्र से उसका जिला पूछ लिया। छात्र ने कहा- छपरा। जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा- छपरा जिला घर बा त कवन बात के डर बा। उन्होंने कहा कि हिंदी मैं सीख रहा हूं। अभी अच्छी तरह से नहीं बोल पाता हूं। सीख इसलिए रहा हूं कि हिंदी संपर्क भाषा है। यह हमें एक सूत्र में पिरोती है। बंगाली, गुजराती, मराठी, तमिल अगर एक जगह हों, तो हिंदी ही है कि सबको जोड़ देगी।