![अपने बयान से फिर चर्चा में सत्यपाल मलिक, बोले- मांगें नहीं मानी गईं तो किसान हिंसा से लेंगे अपना हक अपने बयान से फिर चर्चा में सत्यपाल मलिक, बोले- मांगें नहीं मानी गईं तो किसान हिंसा से लेंगे अपना हक](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/03/13/1540418-12032022-satyapalmalik22539011205333602.webp)
Governor Satya Pal Malik on Farmer Protest: मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को लेकर एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है. राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) में एक कार्यक्रम में पहुंचे सत्यपाल मलिक ने कहा कि अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. यदि मांगें नहीं मानी गईं तो किसान फिर खड़ा हो जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि पहले ही केंद्र सरकार को चेताया था कि किसान अपना हक लेकर रहेंगे. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों को उनका हक बातचीत से नहीं मिला तो वे लड़ कर लेंगे और लड़ाई से नहीं मिलेगा तो हिंसा से लेंगे. उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार के विरोध में नहीं हूं, लेकिन किसानों को दबाकर नहीं रखा जा सकता. किसान अपना हक लेना जानते हैं. यदि मांगे नहीं मानी गईं तो किसान आंदोलन फिर से शुरू होगा और किसान हक लेकर रहेंगे. सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों के बारे में बोलते हुए संदेह रहता है कि कहीं दिल्ली से फोन नहीं आ जाए. राज्यपाल रहते हुए छह बार से अधिक तबादले किए जाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि वह किसानों के साथ हैं और किसी से डरते नहीं हैं.
राज्यपाल का पद जाने से नहीं डरते: सत्यपाल मलिक: सत्यपाल मलिक ने कहा कि वे राज्यपाल के पद से सेवानिवृत होने के बाद समाज को एकजुट करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि सवाल मेरा नहीं, 700 लोगो की मौत पर किसी ने कुछ नहीं बोला, इसलिए मुझको बोलना पड़ा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर बात की तो पांच मिनट में मेरा उनसे झगड़ा हो गया. वह किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए अपना पद खो सकते हैं, लेकिन अपनी आवाज उठाने या राज्यपाल का पद जाने से नहीं डरते. मलिक ने केंद्र सरकार को किसानों से किए गए सभी वादों को पूरा करने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में डेढ़ कमरे के घर में रहता हूं, इसलिए मैं किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी का मुकाबला करने में सक्षम हूं.