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सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान रुपये ने डॉलर की तुलना में 77 का स्तर तोड़ दिया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान रुपये ने डॉलर की तुलना में 77 का स्तर तोड़ दिया।इसके साथ ही रुपया प्रति डॉलर 77.58 के साथ अपने नए ऑल टाइम लो पर पहुंच गया।इससे पहले रुपया का निचला स्तर 7 मार्च को रहा था, जब भारतीय करेंसी प्रति डॉलर 76.98 के स्तर पर पहुंच गई थी। अभी तक दिन में रुपया प्रति डॉलर 76.958-77.58 की रेंज में रहा है।रुपये में कमजोरी की मुख्य वजह वैश्विक स्तर पर डॉलर में मजबूती रही है, जिसमें पिछले हफ्ते यूएस फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के ब्याज दर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद मजबूती दिख रही है। यूएस फेड ने आने वाले महीनों में ब्याज दर में ज्यादा बढ़ोतरी का गाइडैंस भी जारी किया है।
यूएस ट्रेजरी यील्ड्स में लगातार बढ़ोतरी से डॉलर को मजबूती मिल रही है। पिछले दो दिन के दौरान 10 साल की यूएस ट्रेजरी में लगभग 14 बेसिस प्वाइंट्स की मजबूती दर्ज की गई है। डीलर्स ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी से भी रुपये पर दबाव बढ़ा है।यूएस डॉलर इंडेक्स (US dollar index) 104 का लेवल तोड़ दिया और 104.7 पर पहुंच गया जो लगभग 20 साल का उच्चतम स्तर है। 2022 में अभी तक इंडेक्स 8 फीसदी तक मजबूत हो चुका है, जो पिछले सेशन में 103.79 पर बंद हुआ था।
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से भारत जैसे जोखिम भरे इमर्जिंग मार्केट्स में एसेट्स का आकर्षण कम हो गया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पिछले कुछ महीनों के दौरान घरेलू इक्विटी मार्केट में तेजी से बिकवाली की है। 2022 में अभी तक उन्होंने 1.3 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। रुपये में कमजोरी से भारतीय एसेट्स से एफआईआई को मिलने वाले रिटर्न में कमी आती है।
Admin2
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