
नई दिल्ली: शोधकर्ताओं ने बच्चों में ऑटिज्म और न्यूरोडेवलपमेंटल विकारों का पता लगाने के लिए एक नया ऐप विकसित किया है। इस ऐप को 'स्टार्ट' नाम दिया गया है। इसे भारत, अमेरिका और ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने डिजाइन किया था। ऐप का परीक्षण दिल्ली उपनगरों में रहने वाले 2-7 वर्ष की आयु के 131 बच्चों पर किया गया था। शोधकर्ताओं ने कहा कि ऐप 86 प्रतिशत सटीकता के साथ न्यूरोडेवलपमेंटल विकारों और 76 प्रतिशत सटीकता के साथ ऑटिज्म की पहचान कर सकता है। बताया जा रहा है कि यह ऐप बच्चों में ऑटिज्म के लक्षणों का जल्द पता लगाने और उन्हें उचित इलाज मुहैया कराने में मदद करेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, प्रत्येक 1000 बच्चों में से एक ऑटिज्म से पीड़ित है।पता लगाने के लिए एक नया ऐप विकसित किया है। इस ऐप को 'स्टार्ट' नाम दिया गया है। इसे भारत, अमेरिका और ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने डिजाइन किया था। ऐप का परीक्षण दिल्ली उपनगरों में रहने वाले 2-7 वर्ष की आयु के 131 बच्चों पर किया गया था। शोधकर्ताओं ने कहा कि ऐप 86 प्रतिशत सटीकता के साथ न्यूरोडेवलपमेंटल विकारों और 76 प्रतिशत सटीकता के साथ ऑटिज्म की पहचान कर सकता है। बताया जा रहा है कि यह ऐप बच्चों में ऑटिज्म के लक्षणों का जल्द पता लगाने और उन्हें उचित इलाज मुहैया कराने में मदद करेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, प्रत्येक 1000 बच्चों में से एक ऑटिज्म से पीड़ित है।