राजस्थान

युवाओं ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने की राज्य सरकार से की मांग

Teja
12 Feb 2023 4:44 PM GMT
युवाओं ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने की राज्य सरकार से की मांग
x

जयपुर। राजस्थानी युवा समिति के आह्वान पर युवाओं ने आज राजधानी जयपुर में भगवान गोविंद देव मंदिर में ज्ञापन दिया और राज्य सरकार को चेताया है कि विधानसभा के इस सत्र में राजस्थानी को राजभाषा बनाने के संबंध में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की कांग्रेस सरकार की खिलाफत की जायेगी।

राज्य बजट आने के तीसरे दिन ही गोविंददेव जी मंदिर के प्रांगण में युवाओं ने एकजुट होकर अपनी ताकत का सन्देश दिया। इस दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी युवाओं से मिलने मौके पर पहुंचे और युवाओं से ज्ञापन लिया और उन्हें सरकार की तरफ से आश्वस्त किया।

समिति के राष्ट्रीय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई ने कहा कि राज्य सरकार इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रही है, ऐसे में समिति और युवा भगवान गोविंद देवजी को ज्ञापन देने मंदिर पहुंचे। समिति ने राजस्थानी भाषा को अनुच्छेद 345 को आधार बनाकर राजस्थानी को राज्य भाषा बनाने की मांग की। इस दौरान राजस्थानी युवा समिति की जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, उदयपुर, कोटा, चुरू, अजमेर आदि राजस्थान के अन्य जिलों के युवा एवं पदाधिकारी भी ज्ञापन देने जयपुर पहुंचे।

राजस्थान कि सभी यूनिवर्सिटी से छात्र नेता, सर्व समाज के अध्यक्षों एवं अलग अलग जिलों से आये युवाओं ने एक स्वर में गोविंद देवजी के मार्फ़त सरकार को चेताया कि इस सत्र में राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया तो आगामी चुनावों में कांग्रेस की सरकार रिपीट करने में युवा भागीदार नहीं बनेंगे।

समिति ने कहा कि अगर सरकार वक़्त रहते राजस्थानी भाषा के संबंध में कोई कदम नहीं उठाया तो आने वाले समय में युवा बूथ लेवल पर इसकी खिलाफत करेंगे। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूण राजपुरोहित ने बताया कि राजस्थानी को राज्यभाषा का दर्जा मिलने से कई फायदे जुड़े है और इससे प्रदेश के स्थानीय युवाओं को रोजगार के भरपूर अवसर मिलेंगे। कानूनी रूप से अधिकृत भाषा नहीं होने की वजह से अभी तक भाषा के आधार पर रोजगार नहीं मिल पा रहे हैं।

Next Story