कोटा: कोटा जिले के मंडाना थाना क्षेत्र स्थित कसार में गोदाम में कूलर का प्लग लगाते समय चौकीदार करंट की चपेट में आ गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक कुछ महीने पहले ही निजी गोदाम में काम करने लगा था। 5 महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। संयोग की बात है कि दो महीने पहले 22 मई को उसके पिता का एक्सीडेंट हुआ था। दो महीने बाद 23 तारीख को ही बेटे संजय की मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द किया।
बड़े पापा बाबूलाल ने बताया कि संजय (28) तीन भाइयों में दूसरे नम्बर का था। बड़े भाई की पहले ही मौत हो चुकी थी। संजय अपने पिता की मौत के बाद उनकी जगह कसार में निजी गोदाम में गार्ड की नौकरी करने लगा था। 23 जुलाई को ड्यूटी पर गया था और रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण गोदाम पर कोई नहीं था। संजय ने जैसे ही कूलर का प्लग लगाया, उसी समय करंट की चपेट में आ गया। गोदाम के सामने ही भतीजे का मकान है। भतीजे का लड़का गोदाम गया तो वहां संजय अचेत पड़ा था। अचेत हालत में इलाज के लिए उसे हॉस्पिटल लाए। जहां डॉक्टर ने चैक कर मृत घोषित कर दिया।
मंडाना थाना ASI हंसराज मीणा ने बताया कि मृतक के भाई चंद्रप्रकाश ने लिखित शिकायत दी है। शिकायत में बताया कि उसका भाई विशाल जैन के गोदाम में चौकीदारी का काम करता था। गोदाम में करंट की चपेट में आ गया। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम करवाया है। मामले की जांच की जा रही है।