राजस्थान

पहलवानों का गांव बना गैंगस्टर का अड्डा, हार गए तो घर नहीं लौटे पहलवान

HARRY
27 Jan 2023 6:15 PM GMT
पहलवानों का गांव बना गैंगस्टर का अड्डा, हार गए तो घर नहीं लौटे पहलवान
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बड़ी खबर
बीकानेर साल 1995 का समय... अलवर से करीब 70 किलोमीटर दूर पहाड़ी गांव। यहां से 13 किलोमीटर की दूरी पर जैनपुरबास गांव है। यह गांव कभी कुश्ती की कहानियों के लिए जाना जाता था। दावा किया जाता था कि इस गांव के पहलवान अगर आपस में भिड़ गए तो जीतकर वापस आएंगे और हार गए तो घर नहीं लौटेंगे।
लेकिन 24 साल बाद यह गांव बदल गया है। वजह है गैंगवार और यहां रहने वाले गैंगस्टर। यहां अब कुश्ती से ज्यादा गैंगवार के किस्से सामने आने लगे। गांव का माहौल बदल गया था। 6 जनवरी 2019 के बाद यह गांव फिर सुर्खियों में आ गया। वजह थी बहरोड़ में गैंगस्टर लादेन पर दिनदहाड़े फायरिंग। फायरिंग करने वाले आरोपी जसराम गुर्जर गिरोह के बदमाश थे।
फायरिंग की इस घटना के बाद दैनिक भास्कर की टीम पहाड़ी और जैनपुरबास गांव पहुंची। गांव के लोगों ने बताया कि अब यहां सबकुछ बदल गया है। बच्चे कुश्ती की जगह गैंगवार में विश्वास करने लगे हैं। अब यह पहलवानों की जगह गैंगस्टरों का अड्डा बन गया है।
गांव के लोगों ने बताया कि 2014 तक सब कुछ ठीक चल रहा था. इन गाँवों के पहलवानों ने न जाने कितनी लड़ाइयां जीती होंगी, अब तो याद भी नहीं। कुश्ती की वजह से खेलों का माहौल बना और गांव के 200 से ज्यादा जवान सेना में शामिल हो गए।
HARRY

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