राजस्थान

विश्व भूगर्भ जल दिवस आज, बारिश के बावजूद हर साल 10 फीट गिर रहा जलस्तर

Shantanu Roy
12 Jun 2023 12:33 PM GMT
विश्व भूगर्भ जल दिवस आज, बारिश के बावजूद हर साल 10 फीट गिर रहा जलस्तर
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दौसा। दौसा जिले में एक दशक से औसत बारिश के बावजूद भूजल स्तर हर साल 10 फीट नीचे गिर रहा है। वहीं भूजल रिचार्ज की तुलना में जिले का 208 प्रतिशत तक दोहन हो रहा है। इससे दौसा के सभी 11 प्रखंड अतिदोहित की श्रेणी में आ गए हैं. नतीजतन दौसा और बांदीकुई शहरी क्षेत्र में लोगों को 7 से 10 दिन के अंतराल पर नल से पीने का पानी मिल रहा है. हालात यह हो गए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में 200 फुट तक गहरे कुएं भी सूख चुके हैं और हैंडपंप पानी की जगह हवा उगलने लगे हैं. भूजल विभाग की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार जिले में सर्वाधिक दोहन दर बांदीकुई प्रखंड में 237 और सबसे कम दौसा प्रखंड में 174 प्रतिशत है.
जिले में भूगर्भ जलस्तर में लगातार गिरावट आने वाले समय में गंभीर पेयजल संकट का संकेत दे रही है। यदि अंधाधुंध जल दोहन नहीं रोका गया तो आने वाले समय में लोगों का गला तो पानी के लिए तरसेगा ही, साथ ही सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से धरती की कोख भी सूखी रह जाएगी. जल स्तर गिरने से कई गांवों में हैंडपंप और ट्यूबवेल सूख गए हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की बढ़ती किल्लत को लेकर हाहाकार मच गया है। झाझरवाला के नत्थूलाल शर्मा, उडाला के कैलाश चंद शर्मा बताते हैं कि दस साल पहले तक नलकूपों में 200 फीट पर पानी निकलता था, लेकिन अब 400 से 500 फीट पर पानी निकलता है। जल विज्ञानी विवेक मीणा ने बताया कि भूमिगत जल का 70% दोहन सुरक्षित, 70 से 90% सेमी क्रिटिकल, 90 से 100% क्रिटिकल और 100% से अधिक दोहन अतिदोहित श्रेणी का है। दौसा अतिदोहित श्रेणी में शामिल है। केंद्र की अटल भूजल योजना के तहत जिले में पानी के दोहन को कम करने की जिम्मेदारी विभागों को दी गई है। वर्तमान में 11 में से 7 प्रखंडों में अटल योजना के कार्य क्रियान्वित हो रहे हैं. की ओर से मेढ़बंदी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आदि से जल संरक्षण के प्रति जन जागरूकता पैदा की जा रही है।
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