विश्व अस्थमा दिवस आज, भिवाड़ी और अलवर में 15 माह में मिले 28 हजार अस्थमा के मरीज
अलवर न्यूज: देश के बड़े औद्याेगिक क्षेत्राें में शामिल भिवाड़ी और अलवर में फैक्ट्रियाें की चिमनियाें से निकलता धुआं और सड़काें पर दाैड़ते वाहनाें से उड़ती धूल स्वास्थ्य के लिए घातक बनती जा रही है। दाेनाें औद्याेगिक शहराें में जनवरी 2022 से अप्रैल 2023 तक 15 महीनाें में सांस (अस्थमा) के 28518 राेगी मिले हैं, जाे इमरजेंसी में इलाज के लिए अस्पतालाें में पहुंचे हैं।
इनमें काफी राेगियाें काे नेबुलाइजर व ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ी है। ये आंकड़ें 13 सरकारी और निजी अस्पतालाें की एक्यूट रेसपाइरेटरी इलनेसेज सेंटीनल सर्विलांस की रिपाेर्ट में सामने आए हैं। स्थानीय स्तर पर ये आंकड़ें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने एकत्र किए हैं। सरकार की ओर से भिवाड़ी व अलवर में वायु प्रदूषण के मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव का अध्ययन करने के लिए सितंबर 2020 से पायलट प्राेजेक्ट शुरू किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस प्राेजेक्ट के जरिए दाेनाें ही शहराें के 13 सरकारी और निजी अस्पतालाें में पहुंचने वाले अस्थमा व दमा के राेगियाें का डेटा संकलन कर रहे हैं। यहां प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण सर्विलांस सिस्टम के अध्ययन से सामने आया है कि मरीजाें काे सांस लेने में दिक्कत, निमाेनिया, क्राॅनिक ब्राेंकाइटिस, अस्थमा एवं एमईसी की दिक्कतें बढ़ी हैं।