कोटा: जब बीते लगभग एक साल में निगम में बोर्ड की कोई बैठक हुई ही नहीं तो हम समस्याओं को किसके सामने रखें, वार्ड के हालातों को लेकर किससे चर्चा करें। मुझे तो लगता ही नहीं कि निगम में कोई बोर्ड भी हैं। यह कहना कोटा नगर निगम दक्षिण के वार्ड पार्षद का। दरअसल ये वार्ड भी उन वार्डों में शामिल हैं जो भाजपा प्रतिनिधि होने का दंश झेल रहे हैं। वार्ड में विकास कार्यों के एक करोड़ रूपए स्वीकृत भी हुए जिससे काम हुए हैं लेकिल आज भी वार्ड में कई काम होेने बाकी हैं। वार्ड के कुछ लोगों की माने तो वार्ड पार्षद जितना संभव हो सकता है वार्ड में कार्य करवा रहे हैं लेकिन आज भी कई समस्याएं ज्यों की त्यों खड़ी हैं। नगर निगम दक्षिण के वार्ड 26 में हनुमान नगर, हनुमान नगर कच्ची बस्ती तथा आरएसी कैंपस आदि इलाकें आते हैं। इस वार्ड में लगभग 2500 मतदाता हैं। इनमें से कुछ लोगों का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद वार्ड पार्षद ने अपने किए हर वादे को पूरा किया है। वार्ड में पुलिया की जो समस्या सालों से बनी हुई थी, उसका समाधान करवाया है। क्षेत्र में सीसी सड़कें बनावाई हैं तो कई स्थानों पर डामरीकरण भी हुआ है। पीने का पानी समय पर आने लगा हैं। सीवरेज की समस्या काफी हद तक समाप्त हो गई है। रोड लाइट दुरुस्त हैं। इन इलाकों के लोगों की माने तो पार्षद वार्ड में रोजाना अपना समय देते हैं। उन्हे निगम से जुड़ी समस्याएं नजर आते ही उन्हे सुलझाने का प्रयास करते है।
वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड की नालियों ही हालत बहुत खराब हैं। कई गलियों में नालियां टूटी हुई हैं। अक्सर सफाई के अभाव में जाम रहती है। कई जगह पर कचरा और गंदगी नजर आती है। कुछ स्थानों पर नियमित रूप से सफाई होती है तो कही पर कभी कभी। पीने के पानी का पे्रशर पहले से बहुत कम हो गया है। वार्ड में श्वानों और मवेशियों की भरमार हैं। कचरे के टिपर कभी आते हैं, कभी नहीं। कई स्थानों पर रोड लाइट के अभाव में रात को अन्धेरा रहता है। ये बता सही है कि निगम में बोर्ड कांग्रेस का होने के कारण पार्षद को वार्ड से जुड़ी समस्याओं का समाधान करवाने में परेशानियां आती ही हैं। वार्डवासियों ने बताया कि पार्षद के प्रयास बहुत अच्छे हैं। जितना हो सकता है वो काम करवा रहे हैं। वार्ड में साफ-सफाई पहले की अपेक्षा ठीक रहने लगी है। हमारा वार्ड ही नहीं पूरा शहर इन श्वानों से परेशान हैं। इनका कोई ना कोई समाधान निकाला जाना चाहिए। पार्षद लोगों की सुनते हैं और हर काम करवाने की कोशिश करते हैं। फिलहाल वार्ड में छोटी-मोटी समस्याओं को छोड़कर कोई बड़ी समस्या नहीं है। रोड बनवाए गए है। जितना बजट होगा उतना ही काम तो पार्षद करवा पाएंगे। वार्ड पार्षद का कहना है कि उन्होंने वार्ड के हर नगारिक की समस्या को सुलझाने की कोशिश की है। निगम की योजनाओं के बारे में वार्डवासियों को समय-समय पर अवगत करवा दिया जाता है। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। कई काम करवा चुका हंू, कुछ बाकी है।
इनका कहना है
वार्ड के कई लोगों को अभी तक पट्टें जारी नहीं किए गए हैं। निगम में कोई भी डिमांड रखो उसकर अनदेखी करते हैं। श्वानशाला बनने के बाद भी श्वानों की समस्या बनी हुई है। आरएसी कॉलोनी में डामरीकरण करवाया है। नालियों को ठीक करवाना बाकी है। सीवरेज का आधा काम हो चुकी हैं।
-योगेन्द्र खींची, वार्ड पार्षद।
वार्ड की एक पुलिया टूटी हुई थी, उसे नई बनवा दी है। नियमित रूप से साफ-सफाई हो रही है। जबकि पहले नहीं होती थी। नियमित रूप से पानी की सप्लाई हो रही है। नाले के सहारे जो जावनर बांधे जाते हैं उनके कारण गंदगी बनी रहती है। आवारा पशु बहुत कम हैं। टिपर रोजाना आते हैं। नाले की सफाई करवानी चाहिए जिससे बारिश के दिनों में परेशानी ना आए।
-हिमांशु अग्रवाल, वार्डवासी।
गुब्बारा बस्ती में बीते 5 साल से पुलिया टूटी हुई थी, उसे सही करवा दिया गया है। वार्ड में फिलहाल कुछ स्थानों पर पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। पार्षद बहुत काम करवा रहे है। फिलहाल वार्ड में कोई बड़ी समस्या नहीं हैं। नियमित सफाई होने से कचरे के ढ़ेर नजर नहीं आते हैं जबकि पहले अक्सर सड़कों पर कचरा फैला नजर आता था।
-चेतन गौतम, वार्डवासी।