राजस्थान

पूनिया को हटाने वाली भाजपा किस मुंह से करती है ओबीसी की बात: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा

Admin Delhi 1
29 March 2023 2:39 PM GMT
पूनिया को हटाने वाली भाजपा किस मुंह से करती है ओबीसी की बात: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा
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जयपुर: राहुल गांधी को ओबीसी विरोधी बयान देने वाले भाजपा नेताओं पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया है। डोटासरा ने कहा कि ओबीसी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को हटाने वाले भाजपा नेता किस मुंह से ओबीसी की बात करते हैं। डोटासरा ने मीडिया से कहा कि भाजपा हमें क्या ओबीसी का पाठ पढ़ाएगी, जो खुद ओबीसी अध्यक्ष को हटा चुकी। कांग्रेस में ओबीसी की हमेशा पूछ होती है। राजस्थान सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल और मैं खुद ओबीसी वर्ग से हूं। भाजपा केवल जुमले लाकर असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का काम करती है।

कुछ नेताओं पर गिर सकती है गाज:

राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त मुद्दे पर रविवार को हुए कांग्रेस के सत्याग्रह कार्यक्रम में कई नेता गायब थे। अब उन पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। डोटासरा ने साफ तौर पर कह दिया है कि राहुल गांधी के मुद्दे पर भी कुछ नेताओं का खून नहीं खोल रहा। ऐसे नेताओं को कुछ महीने बाद कांग्रेस में नहीं रहने दिया जाएगा। इससे पहले भी कई बड़े प्रदर्शनों में कई बडेÞ नेता नहीं पहुंचे थे। पदों पर बैठकर राजनीतिक लाभ लेने वाले नेता पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बनाते हैं, लेकिन मुसीबत आने पर एसी कमरों में बैठकर देख रहे हैं कि धरने में कौन-कौन आया। कुछ लोग आधे घंटे आकर खानापूर्ति कर लेते हैं। आगामी कुछ महीनों में ये नेता पार्टी में दिखाई नहीं देंगे। राजनीतिक नियुक्तियां या टिकट उसी को मिलेगा, जो पार्टी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

डॉक्टरों और सरकार के बीच मध्यस्थता को तैयार:

राइट टू हेल्थ बिल पर डोटासरा ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर डॉक्टर्स और सरकार के बीच मध्यस्थता को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ये बिल समय की मांग है। प्रदेश की जनता को यह अधिकार मिलना चाहिए। राइट टू फूड, राइट टू एजुकेशन, नरेगा के रूप में राइट टू वर्क आ गया तो जनता के लिए राइट टू हेल्थ और सोशल सिक्योरिटी भी होनी चाहिए। डॉक्टरों को किसी बात पर असहमति है तो बैठ कर बात की जा सकती है। सरकार उनकी बात सुनने को तैयार है। डॉक्टर्स को हठ छोड़कर अपनी बात कहनी चाहिए। फीडबैक आ रहा है कि कुछ लोगों ने आंदोलन को हाईजेक कर लिया है और कानून को समझने के लिए तैयार नहीं हैं। इस मामले में सरकार और डॉक्टर्स के बीच मतभेद नहीं बढ़ने चाहिए। साथ ही सीएम और चिकित्सा मंत्री से आग्रह करूंगा कि नियमों को लेकर अगर भ्रम है तो उन्हें बैठकर दूर किया जाए।

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