राजस्थान

नागौर में पति को बचाने के लिए पत्नी ने लगाई जान की बाजी

Admin Delhi 1
8 Oct 2022 1:14 PM GMT
नागौर में पति को बचाने के लिए पत्नी ने लगाई जान की बाजी
x

नागौर न्यूज़: राजस्थान के नागौर जिले में आपसी रंजिश के चलते खेत में सो रहे वृद्ध दंपती पर बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। पति को बचाने के लिए वृद्धा ने बीच-बचाव किया तो बदमाशों ने उसकी अंगुलियां काट दी। परिजनों ने गंभीर हालत में वृद्धा को अस्पताल में भर्ती किया कराया। जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए वृद्धा को मूंडवा के बाद नागौर और वहां से जोधपुर रैफर कर दिया। यह घटना मारवाड़ मुंडवा के क्यार की ढाणी की है।

पुलिस के अनुसार, आसुराम बावरी और उसकी पत्नी आसुड़ी रात को अपने खेत पर सो रहे थे। रात करीब दो बजे कुछ अज्ञात लोगों ने दोनों पर हमला कर दिया। बदमाशों के हमला करने पर आसुराम ने शोर मचाना शुरू किया। आसुराम पर हमला होते देख उनकी पत्नी ने उन्हें बचाने आगे आ गई। जिसके बाद हमलावरों ने वृद्धा के हाथ की अंगुलियां काट दी और वहां से फरार हो गए। बदमाशों ने आसुड़ी के सिर पर भी हमला किया है। हमले के दौरान उसके सिर में भी गंभीर चोट लगी है। हालांकि यह पूरी तरह से यह साफ नहीं हो पाया है कि कितने हमलावर थे और क्यों यह हमला हुआ है। वृद्ध दंपती ने घर जाकर अपने बेटे सुखराम और श्रीराम को बुलाया। गंभीर हालत में दोनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने दोनों को नागौर और फिर जोधपुर रैफर कर दिया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में आपसी रंजिश या पारिवारिक विवाद की बात कही जा रही है। क्योंकि अगर लूट की नीयत से यह किया गया होता तो महिला ने गले में जेवरात पहन रखे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर संदिग्ध हमलावरों की तलाश में जुट गई है।

नागौर में पैसों के लिए हुई हत्या की वारदात: गौरतलब है कि हाल ही में नागौर में हत्या की वारदात हुई थी। एक पत्नी ने अपने बेटे के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। 4 अक्टूबर को नागौर के मेडता के कुरड़ाया गांव में हुए नेमाराम की हत्या का पर्दाफाश करते हुए मेड़ता सिटी पुलिस ने हत्याकांड में का खुलाया किया। इस हत्याकांड का खुलासा करने के बाद पुलिस ने पत्नी शारदा के बाद बेटे रविंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया

पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर की पति की हत्या: पुलिस के अनुसार, लोन माफ कराने और लाखों का क्लेम लेने के लिए मां और बेटे ने मिलकर नेमाराम की हत्या की थी। पुलिस को जांच में पता चला कि मां और बेटे ने करीब तीन महीने पहले नेमाराम के नाम पर एक ट्रैक्टर और पिकअप खरीद कर दोनों वाहन 20 लाख में फाइनेंस कराए थे। इसी के साथ ही दोनों ने नेमाराम का 30 लाख का बीमा भी कराया था। ऐसे में मां-बेटे हत्या के बाद कुल मिलाकर 50 लाख का मुआवजा हासिल करना चाहते थे। जिसके बाद दोनों ने हत्या की पूरी कहानी रची थी।

Next Story