न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
सियासत के जानकारों का कहना है कि पिता-पुत्र की अदावत जग जाहिर है, लेकिन एक बेटे का अपने मंत्री पिता का इस तरह विरोध करना बड़े राजनीतिक संकेत दे रहा है। डॉ. दिगंबर सिंह के देहांत के बाद भरतपुर में भाजपा के पास कोई दबंग चेहरा नहीं, जो राजा सहाब को कड़ी टक्कर दे सके। ऐसे में उनके भाजपा में जाने के संकेत दिख रहे हैं।
राजस्थान में 2020 सरकार पर आए सियासी संकट के बीच एक ऑडिया वायरल हुआ था। जिसमें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की आवाज बताई जा रही है। लंबे समय से चल रहा यह मामला अब तक ठंडा नहीं हुआ है। हाल ही में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने वॉइस सैंपल नहीं देने को लेकर शेखावत पर निशाना साधा। इसके जवाब में मंत्री विश्वेंद्र के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ऑडियो में गजेंद्र सिंह शेखावत की आवाज नहीं है। इस ट्वीट के बाद से राजस्थान की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है।
दरअसल, मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पांच अगस्त को एक प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने कहा, मानेसर मामले में मेरे और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ दर्ज मामले में राजस्थान पुलिस कई बार शेखावत का वॉयस सैंपल लेने की कोशिश कर चुकी है, लेकिन गजेंद्र सिंह शेखावत वॉयस सैंपल देने को तैयार नहीं है। विश्वेंद्र सिंह के इस बयान के खिलाफ उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह से ट्वीट कर लिखा कि आवाज केंदीय मंत्री की नहीं है।
बता दें कि अनिरुद्ध सिंह इससे पहले भी अपने पिता के खिलाफ ट्वीट करते रहे हैं। उन्होंने कई बार राज परिवार की अंतरिम लड़ाई को भी उजागर किया है। लेकिन, यह पहला मौका है जब अनिरुद्ध सिंह ने पिता विश्वेंद्र सिंह का राजनीतिक विरोध किया हो। राजनीतिक जानकर इसे राजा सहाब के बेटे की राजनीति में एंट्री का संकेत भी मान रहे है। उनका कहना है कि अनिरुद्ध सिंह का ट्वीट उनके भाजपा में जाने के रास्ते को खोल रहा है।
सियासत के जानकारों का कहना है कि पिता-पुत्र की अदावत जग जाहिर है, लेकिन एक बेटे का अपने मंत्री पिता का इस तरह विरोध करना बड़े राजनीतिक संकेत दे रहा है। डॉ. दिगंबर सिंह के देहांत के बाद भरतपुर जिले में भाजपा के पास कोई भी दबंग चेहरा नहीं, जो राजा सहाब को कड़ी टक्कर दे सके। अनिरुद्ध सिंह के ट्वीट से लग रहा है कि भाजपा राजा सहाब के घर में ही उनका विकल्प तलाश रही है।
अगर सच में ऐसा होता है तो भरतपुर का चुनावी दंगल बहुत ही रोचक हो जाएगा। क्योंकि, इससे पहले अनिरुद्ध सिंह ट्वीट कर पारिवारिक लड़ाई को सार्वजानिक कर चूके हैं। अगर, चुनाव में पिता पुत्र का आमना-सामना होता है तो राजा सहाब यानि विश्वेंद्र सिंह का झुकना ही तय माना जा रहा है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि अनिरुद्ध पारिवारिक खामियों को उजागर लोगों की सहानभूति लेना चाहेंगे।