राजस्थान

केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने अंजाम देते हुए कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में 8वें आरोपी को किया गिरफ्तार

Bharti sahu
23 July 2022 9:16 AM GMT
केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने अंजाम देते हुए कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में 8वें आरोपी को किया गिरफ्तार
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केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में 8वें आरोपी को गिरफ्तार किया.

केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में 8वें आरोपी को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहम्मद जावेद (NIA arrested Mohammed Javed ) है. साजिश रचने में इसकी भूमिका को देखते हुए गिरफ्तार किया गया है. एनआईए मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक आरोपी जावेद उदयपुर स्थित अमलकांठा इलाके का रहने वाला है. 19 वर्षीय जावेद ने कन्हैयालाल की हत्या वाले दिन रेकी की थी. मुख्य आरोपी रियाज को कन्हैयालाल के दुकान पर होने की जानकारी दी थी. आरोपी को खेरीडीवाड़ा इलाके से आरोपी को पकड़ा गया. आरोपी जावेद मालदास स्ट्रीट में आर्टिफिशियल ज्वैलरी की दुकान चलाता था. हत्या के एक दिन पहले आरोपी मोहम्मद जावेद मंसूरी ने रियाज से मुलाकात भी की थी. एनआईए की टीम आरोपी जावेद को जयपुर ला रही है.

30 जून को एनआईए ने दबोचा था 7वां आरोपी
उदयपुर हत्याकांड के मामले में NIA ने 7वें आरोपी बबला उर्फ फरहाद शेख को 30 जून को गिरफ्तार किया था. 16 जून को बबला की मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी के साथ सीक्रेट मीटिंग हुई थी जिसमें उसने दोनों को वीडियो बनाने के लिए कहा था. वीडियो को वायरल करके दहशत फैलाना मुख्य मकसद था. बबला उदयपुर के पटेल सर्किल और सवीना इलाके में चिकन लॉरी चलाता था. बबला, रियाज का रिश्तेदार भी है. बबला ने ही उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले कन्हैयालाल समेत आधा दर्जन लोगों की रेकी करवाई थी.
गौरतलब है कि 28 जून को दिनदिनदहाड़े कन्हैयालाल की उसकी दुकान पर दो मुस्लिम युवकों ने निर्मम हत्या कर दी थी. आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को पुलिस ने घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया था. वारदात को अंजाम देकर आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो भी डाले थे. पूरे देश में घटना को लेकर व्यापक आक्रोश देखने को मिला था. उदयपुर में कर्फ्यू लगाने के साथ पूरे राजस्थान में धारा 144 और नेटबंदी करनी पड़ी थी. बाद में जांच एनआईए को सौंप दी गई थी. एनआईए की ओर से वारदात में शामिल 6 अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.


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