राजस्थान

इंजन बंद होने पर सवारियों को उतारकर धक्का मारकर इंजन को स्टार्ट करना पड़ा

Admin Delhi 1
26 Nov 2022 2:26 PM GMT
इंजन बंद होने पर सवारियों को उतारकर धक्का मारकर इंजन को स्टार्ट करना पड़ा
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कोटा न्यूज़: चल यार धक्का मार....हाथी मेरे साथी फिल्म के इस गाने की ये पक्ति इन दिनों सीवी गार्डन की जॉय ट्रेन के इंजन पर सही साबित हो रही है। इस ट्रेन का इंजन कभी भी और कहीं भी रास्ते में बंद हो जाता है। जिसे धका मारकर या ट्रेक्टर से खींचकर ही चलाना पड़ रहा है। नयापुरा स्थित सीवी गार्डन से नागाजी बाग तक लोगों को सैर करवाने वाली जॉय ट्रेन का संचालन नगर विकास न्यास द्वारा संवेदक के माध्यम से किया जा रहा है। यह ट्रेन करीब 10 साल से चल रही है। जिसमें सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में बच्चे ही नहीं युवा और महिला-पुरुष भी बैठकर दोनों गार्डन की सैर करते हुए गार्डन की हरियाली का लुत्फ ले रहे हैं। नाना देवी मंदिर के पास से इस ट्रेन में बैठने के लिए टिकट विंडो बनाई गई है। यहां स्टेशन भी बना हुआ है। चम्बल एक्सप्रेस के नाम से संचालित इस ट्रेन को वर्तमान में एलपीजी गैस से चलाया जा रहा है। ट्रेन का संचालन अहमदाबाद की फर्म द्वारा किया जा रहा है।

दो साल से इंजन खराब: संवेदक फर्म के प्रबंधक बाबू भाई ने बताया कि ट्रेन को संचालित होते हुए दस साल हो गए। इंजन भी इतना ही पुराना हो गया है। ऐसे में वह करीब दो साल से कभी भी कहीं भी रासते में बंद हो जाता है। ट्रेन में सवारी बैठी होने के दौरान रास्ते में ही इंजन बंद होने पर सवारियों को उतारकर धक्का मारकर इंजन को स्टार्ट करना पड़ रहा है। कई बार तो ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी रहने के दौरान ही स्टार्ट नहीं हो पाती है। जिससे उसे धक्का मारकर चालू करना पड़ता है। ऐसा आए दिन हो रहा है। यहां तक कि सीवी गार्डन से नागाजी के बाग में बने यार्ड तक ट्रेन के इंजन को इसी हालत में ले जाना पड़ रहा है।

अंडरपास में रूकने पर ट्रेक्टर का उपयोग: बाबू भाई ने बताया कि पटरी पर ट्रेन रूकने पर तो धका मारकर स्टार्ट कर दिया जाता है। लेकिन दोनों गार्डन के बीच बने अंडरपास में ट्रेन रूकने पर उसे धक्का देकर स्टार्ट करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ट्रेक्टर की सहायता से ही उसे खींचकर आगे बढ़ाया जाता है।

सेल्फ स्टार्ट खराब, चालू रखने पर गैस का नुकसान: संवेदक फर्म के प्रबंधक का कहना है कि इंजन पुराना होने से उसका सेल्फ स्टार्ट खराब हो रहा है। उसे हाथ से घुमाने वाले स्टार्टअर से चालू करने पर वह भी कई बार खराब हो चुका है। ऐसे में इंजन को चालू रखने पर एलपीजी गैस की खपत अधिक हो रही है। व्यवसायिक सिलेंडर महंगा होने से वह खर्चा अधिक भारी पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इंजन के खराब हो रहा है। उसके पार्टस यहां नहीं मिल रहे हैं। इस बारे में दो साल से न्यास सचिव को अवगत कराया जा रहा है। लेकिन अभी तक इसे ठीक नहीं कराया गया है। जिससे कभी भी यह इंजन पूरी तरह से खराब होने पर ट्रेन का संचालन ही बंद हो सकता है।

इनका कहना है: सीवी गार्डन की जॉय ट्रेन के इंजन में खराबी के बारे में जानकारी है। उसकी भी मरम्मत शीघ्र ही करवाई जाएगी। जिससे न तो यात्रियों को परेशानी होगी और न ही संवेदक फर्म को।

- राजेश जोशी, सचिव, नगर विकास न्यास

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