राजस्थान

चार दोस्तों की एक साथ अर्थी उठी तो पूरा गांव सिसक पड़ा, शव पहुंचते ही मचा कोहराम

Admin Delhi 1
24 Dec 2022 1:30 PM GMT
चार दोस्तों की एक साथ अर्थी उठी तो पूरा गांव सिसक पड़ा, शव पहुंचते ही मचा कोहराम
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कोटपूतली: एक साथ जब चार दोस्तों की अर्थी निकली तो पूरा गांव रो पड़ा। तकरीबन हम उम्र के चारों दोस्त साथ पढ़े, साथ खेले और साथ ही बड़े हुए और विडंबना देखिए। मौत भी मिली तो चारों को साथ। ये दोस्ती मौत के बाद भी नहीं टूटी। गांव वालों ने सभी की साथ-साथ ही चिता भी सजाई। रोंगटे खड़े कर देने वाली मौत की ये दास्तां कोटपूतली के सांगटेड़ा गांव की है। गत दिवस शाम को राजमार्ग पर अजमेर के बांदनवाड़ा में हुए हादसे ने चार परिवारों की रोशनी छीन ली। हादसे का शिकार हुए चारों लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद सांगटेड़ा गांव लाया गया तो अंतिम दर्शन के लिए सैलाब उमड़ पड़ा। मृत व्यक्तियों के माता-पिता बेटों के छाती पर सिर रखकर दहाड़े मारकर रो रहे थे। वहीं, उनकी पत्नियां और बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। यह देख वहां मौजूद कोई भी ऐसा नहीं नजर आया, जिसके आंखों से आंसू न आया हो। हर कोई नियति की इस निर्दयता को कोस रहा था।

ऐसे हुई थी दुर्घटना:

जानकारी के मुताबिक, सांगटेड़ा ग्राम निवासी शेरसिंह पुत्र पतराम जाट, सतवीर पुत्र प्रभु हवलदार, संदीप पुत्र सुबेसिंह और हवासिंह पुत्र श्योराम जाट पांच दिन पहले गांव से कार से घूमने के लिए निकले थे। वे चारों उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने के बाद भीलवाड़ा में खाना खाकर वापस लौट रहे थे। राष्टÑीय राजमार्ग 48 पर अजमेर के बांदनवाड़ा स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने खड़े ट्रेलर में उनकी कार पीछे से घुस गई। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया। दो व्यक्तियों के शव कार से बाहर गिर गए व दो कार के इंजर में फंस गए। जिन्हें पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से बाहर निकाला। दो युवकों के शव कार में फंसने से क्षत-विक्षत हो गए। हवासिंह व संदीप सेना से सेवानिवृत हो चुके हैं। शेरसिंह इंजीनियर है और सतवीर सामान्य कृषक है।

फूट पड़ा आंसुओं का ज्वार: शुक्रवार दोपहर को चारों शव गांव पहुंचे तो परिजन दहाड़े मार-मार कर रोने लगे। रोते-बिलखते माता-पिता, भाई-बहन व नाते-रिश्तेदारों ने उनके अंतिम दर्शन किए। परिजनों के करूण क्रंदन से पूरा गांव सिसक पड़ा। एक साथ चारों की अर्थी जब गांव के रास्तों से गुजरी तो आंसुओं का ज्वार फूट पड़ा। पूरे गांव में मातम पसरा रहा, अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले। इस दुर्घटना के बाद विधायक व गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव सहित भाजपा नेता मुकेश गोयल, कुलदीप धनकड़, शंकरलाल कसाना व हीरालाल रावत, जनता दल के नेता रामनिवास यादव, सरपंच सोनू चौधरी समेत विभिन्न दलों के नेताओं, जनप्रतिनिधियों व क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने गहरा दुख जताते हुए अपनी शोक संवेदना प्रकट की।

खड़े वाहन हादसे का कारण: प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राष्टÑीय राजमार्ग 48 पर सड़क किनारे अधिकांश ट्रेलर खड़े रहते हैं। जिनसे कई बार सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है। एक माह पूर्व भी बांदरवाड़ा में ही रोडवेज बस एक ट्रेलर के पीछे घुस गई थी, जिसमें कई यात्री चोटिल हुए थे। राष्टÑीय राजमार्ग पर सड़क के किनारे खड़े रहने वाले वाहन हादसों का सबब बन रहे है। कोटपूतली क्षेत्र में भी राजमार्ग पर सड़क के किनारे भारी वाहन खड़े रहते हैं। कार सहित अन्य चौपहिया वाहन ओवरटेक करते समय पीछे से इनमें घुस जाते हैं। इससे कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं। पुलिस कई बाद अभियान चलाकर सड़क पर खड़े रहने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करती है। इनके नो पार्किंग में चालान भी किए जाते हंै, लेकिन इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं हो रहा है।

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