
दौसा में हाईवे पर बारिश का जलभराव मुसीबत बन चुका है और जिम्मेदार समाधान को तैयार नहीं हैं। लोग मज़बूरी में चार फीट पानी से गुजर रहे हैं। कई बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही, जबकि सड़क पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है। ऐसे में अब स्थानीय लोग सरकार से अपनी समस्या सुनने के लिए गुहार लगा रहे हैं। हमारी भी सुनो सरकार।
दौसा जिले के बांदीकुई से वाया भांवता-दौसा रोड पर बारिश का जलभराव लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। करीब चार फीट के जलभराव के कारण लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया। हालात इतने बदतर है कि लोगों को जरूरी काम के लिए रास्ता बदलकर जाना पड़ता है। समस्या के बारे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है। इससे लोगों में जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बांदीकुई से दौसा वाया भांवता रोड करीब 30 किलोमीटर लंबा है। इससे बड़ी संख्या में लोग दौसा व बांदीकुई समेत अलवर, राजगढ़, दिल्ली, मंडावर, बैजूपाडा, अरनिया, काटरवाडा, गुढाकटला, बडियाल खुर्द, भांवता, भांवती, मुही सहित अन्य गांवों के लोग आवाजाही करते हैं। जहां भांवता गांव में सड़क के बीच बारिश का पानी भरा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले बरसात का पानी मुख्य रोड के पास एक गली की ओर जाता था, लेकिन गली में सड़क बना दी गई। जिसकी ऊंचाई करीब तीन फीट होने के कारण अब बारिश का पानी दौसा-बांदीकुई मुख्य सड़क पर भर जाता है।
रास्ते में जलभराव के चलते हालात इतने खराब हो गए हैं कि स्कूल जाने वाले बच्चों के स्कूल फोन पर पहुंचते कपड़े ख़राब हो जाते हैं छोटे बच्चों को तो उनके अभिभावक कंधे पर बैठाकर स्कूल छोड़कर आते हैं। उधर वाहन चालक भी अपने वाहन मज़बूरी इस पानी में उतारने लगे हैं अकेले स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ किसी भी वक्त बडे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। पानी निकासी नहीं होने की समस्या को लेकर लोग प्रशासन से कई शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक के जू तक नहीं रेंग रही जिसके चलते समस्या जस की तस बनी है।
सड़क पर जलभराव की समस्या को लेकर सरपंच रत्तीराम ने कहा कि यहां नाले का निर्माण हो तो जलभराव की समस्या का समाधान हो सकता है। जिसके लिए उच्चाधिकारियों को सड़क पानी में डूबने की जानकारी दे दी गई है।
