राजस्थान

बारिश से घरों और सरकारी भवनों में भरा पानी, कच्चे मकान गिरे

Shantanu Roy
11 July 2023 12:33 PM GMT
बारिश से घरों और सरकारी भवनों में भरा पानी, कच्चे मकान गिरे
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हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ पल्लू तहसील के गांव बिसरासर में शाम को हुई भारी बारिश से गांव तालाब बन गया। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण गांव की गलियों, सड़कों, सरकारी भवन व घरों में भी बारिश के पानी का भराव होने के कारण लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि यह मानसून की पहली ही बारिश है। गांव में पानी घरों तक में घुस जाता है। लोगों का गलियों से निकलना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीण कुलदीप नाथ ने बताया कि बारिश के कारण के राजीव गांधी सेवा केंद्र, आंगनबाड़ी और पशु अस्पताल सहित गांव की चौपाल में पानी भर गया, रास्ते बंद हो गए। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के कारण गांव में कई घरों में दरारें आ गईं। वहीं, कई कच्चे मकान गिर गए। ग्रामीण भानीराम सिद्ध ने बताया कि उनके मकान में पानी जाने के कारण गिर गया। बरसात का पानी उनके घर आगे भरा पड़ा है, जिससे वो घर में रहने को मजबूर हो गए है।
ग्राम विकास अधिकारी विजेंद्र सिहाग ने बताया कि बारिश का पानी निकालने के लिए एक बार अस्थाई रूप से जेसीबी से नाला तैयार कर पानी निकाला जा रहा है। जल्द ही गांव पानी निकासी के लिए स्थाई समाधान किया जाएगा। वहीं सरपंच प्रतिनिधि आशाराम मुहाल ने बताया कि गांव में बरसात के पानी भरने की स्थिति बनती है जिसके लिए गांव से पाइप लाइन से बरसात का पानी निकालने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा और बरसात के कारण मकान गिरने से नुकसान की सूचना प्रशासन को दे दी गई है जल्दी मौका मुआयना करवाकर उचित सहायता दिलवाई जाएगी। राजस्थान किसान आयोग की ओर से कृषक संवाद कार्यक्रम प्राकट्य स्थल सांवरियाजी की धर्मशाला में आयोजित किया गया। इसमें करीब 400 किसान महिलाएं शामिल हुई। अध्यक्षता राजस्थान के किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खण्डेला ने की। इसमें सदस्य जीएल केशवा, डॉ. आईबी मौर्य, डॉ. ओपी खदेड़, डॉ. बीरबल, डॉ. एसएस बुरड़क, सोहनी चौधरी, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी धायगुडे स्नेहल नाना, अतिरिक्त निदेशक डॉ राम अवतार शर्मा, उपनिदेशक डॉ नीता उपस्थित रहे। दिनेश कुमार जागा संयुक्त निदेशक कृषि चित्तौड़गढ़ ने क्षेत्र की जानकारी दी। बाद में कृषकों ने विचार प्रस्तुत किए। कृषकों ने तारबंदी, पाइपलाइन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन, पशु मेला, फसल बीमा आदि पर सुझाव दिए। कार्यक्रम का संचालन रमेश आमेटा कृषि अनुसंधान अधिकारी ने किया। आभार शंकर लाल जाट उप निदेशक उद्यान ने जताया।
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