राजस्थान

मतदाता मोबाइल एप पर देख सकेंगे बूथ पर लाइन में खड़े लोगों की संख्या, 90 लाख से अधिक वोटर्स को लाभ

Tara Tandi
18 April 2024 2:30 PM GMT
मतदाता मोबाइल एप पर देख सकेंगे बूथ पर लाइन में खड़े लोगों की संख्या, 90 लाख से अधिक वोटर्स को लाभ
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जयपुर । राजस्थान निर्वाचन विभाग 'कोई भी मतदाता न छूटे’ उद्देश्य के साथ सुगम मतदान और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई प्रयास कर रहा है। इस क्रम में मतदाताओं को बूथ पर लाइन में खड़े लोगों की रियल टाइम जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आईटी का प्रयोग किया जा रहा है। साथ ही, राज्य स्तर पर बेस्ट सेल्फी अवार्ड देने, व्यापारिक संगठनों के सहयोग से मतदाताओं को स्क्रेच कार्ड और स्याही लगी अंगूली दिखाने पर विभिन्न विभिन्न उत्पादों एवं सेवाओं पर छूट सहित कई प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतदाताओं को बूथ पर लाइन में खड़े लोगों की संख्या के बारे में घर बैठे मोबाइल पर ही मिल सकेगी। । इससे मतदाताओं को लाइन में ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मतदाताओं को रियल टाइम जानकारी देने के लिए हर 30 मिनट में इसे अपडेट किया जाएगा। अभी यह सुविधा 8 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों की 34 विधानसभा क्षेत्रों में उपलब्ध है। इससे इन क्षेत्रों के करीब 90 लाख से अधिक से मतदाताओं को इसका लाभ मिल सकेगा। जिला आधारित मोबाइल एप के डाउनलोड लिंक ceorajasthan.nic.in पर उपलब्ध हैं
इन विधानसभा क्षेत्रों में मिलेगी सुविधा—
जयपुर: हवामहल, विद्याधर नगर, सिविल लाइंस, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर, सांगानेर, बगरू
जयपुर ग्रामीण: झोटवाड़ा
झुंझनू: पिलानी, सूरजगढ़, झुंझनू, मंडावा, नवलगढ़, उदयपुरवाटी, खेतड़ी
अजमेर: अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, किशनगढ़
बीकानेर: खाजूवाला, बीकानेर पूर्व, बीकानेर पश्चिम, कोलायत, लूणकरणसर, श्री डूंगरगढ़, नोखा
कोटा: कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा
जोधपुर: सरदारपुरा, जोधपुर, सूरसागर
उदयपुर: उदयपुर, उदयपुर ग्रामीण
मतदाताओं को बेस्ट सेल्फी अवार्ड, 11 लाख नए वोटर्स को सर्टिफिकेट—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्रों पर सेल्फी पाइंट बनाए गए हैं। प्रथम बार मतदान कर रहे 11 लाख मतदाताओं को मतदान स्थल पर ही बीएलओ द्वारा मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित सर्टिफिकेट दिया जाएगा। साथ ही संयुक्त परिवार, नव विवाहित जोड़े, युवा द्वारा मतदान, सामूहिक मतदान, परंपरागत परिधान में मतदान आदि को लोकतंत्र के महाउत्सव के रूप में रेखांकित करते हुए सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर सेल्फी अपलोड करने पर आकर्षक पुरस्कार भी प्रदान किए जायेंगे। चयनित सेल्फीज् को राज्य स्तर पर नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। सुबह 7 से 10 बजे तक हैप्पी आवर्स में मतदान करने वाले मतदाताओं से वृक्षारोपण करवाकर सम्मानित किया जाएगा।
स्याही लगी अंगूली दिखाने पर डिस्काउंट—
श्री गुप्ता ने बताया कि शहरी उदासीनता को दूर करने के लिए व्यापारी संगठनों द्वारा भी सामाजिक सरोकारों को ध्यान में रखते हुए ‘स्याही लगी अंगुली’ दिखाने पर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं पर डिस्काउंट दिया जाएगा। इसमें मुफ्त अथवा रियायती दर पर चाय, कचौड़ी, सिनेमा टिकट, डिनर, पार्किंग, स्क्रैच कार्ड इत्यादि की सुविधा मिलेगी।
समावेशी चुनाव प्रक्रिया के लिए पोस्टल बड्डी एप—
श्री गुप्ता ने बताया कि राजस्थान निर्वाचन विभाग प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया को अधिक समावेशी और आसान बनाने के क्रम में एक नवाचार करते हुए डाक मतपत्रों (पोस्टल बैलट) के लिए एक सुविधा पोर्टल 'पोस्टल बड्डी' तैयार किया है। इस पोर्टल के माध्यम से डाक मतपत्रों के लिए आवेदन से लेकर मतदान तक की पूरी प्रक्रिया की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है। पोस्टल बैलट के लिए आवेदन फॉर्म प्राप्त होने के बाद उनकी जानकारी पोर्टल में दर्ज की जाती है। पोर्टल के जरिए आवेदन, उसकी जांच से लेकर, पोस्टल बैलट जारी करने और मतदान तक के अलग-अलग चरण को ऑनलाइन हो जाने से पोस्टल बैलट की निर्वाचन टीमों और अधिकारियों को सहूलियत मिली है।
दिव्यांगों-बुजुर्गों की मदद के वॉलिंटियर—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाताओं की सहुलियत के लिए प्रत्येक मतदान स्थल पर पीने के स्वच्छ जल, छायादार स्थल एवं पृथक प्रतीक्षा कक्ष के साथ ही कतार की लंबाई में कुछ-कुछ दूरी पर बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था रहेगी। दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए बूथ पर प्रशिक्षित वॉलिंटियर्स मौजूद रहेंगे, जो व्हीलचेयर के संचालन एवं रैंप पर उतरने-चढ़़ने में उनका सहयोग करेंगे।
पोर्टल पर मिली 97 फीसदी शिकायतें निस्तारित—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय शिकायत सेवा पोर्टल (एनजीएसपी) लोकसभा आम चुनाव -2024 के तहत आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अब तक 7,356 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से 97 प्रतिशत शिकायतों का त्वरित निस्तारण कर दिया गया है। साथ ही, वेबसाइट और कॉल सेंटर आधारित शिकायत निवारण के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एकीकृत सेल का गठन किया गया है। इन सम्पर्क केंद्रों पर 1950 टोल फ्री नंबर का कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है।
पुलिस मोबाइल टीमों की लोकेशन जीआईएस मैप पर ट्रेक होगी—
श्री गुप्ता ने बताया कि राजस्थान पुलिस ने भी सुगम चुनाव प्रबंधन एवं मतदान प्रक्रिया के लिए आईटी का इस्तेमाल करते हुए नवाचार किया है। कई जिलों की पुलिस ने मतदन दिवस पर बेहतर पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिला अभय कमांड सेंटर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। सी-विजिल इनवेस्टिगेटर एप के माध्यम से पुलिस की क्विक रिस्पोंस टीमों की लोकेशन जीआईएस मैप पर जोड़ दी गई है और उनकी लोकेशन ट्रैकिंग को पुलिस कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा।
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