राजस्थान

वीएमओयू न समय पर परीक्षा करवा पाया और न ही पेपर की हिफाजत कर सका

Admin Delhi 1
5 Jan 2023 1:42 PM GMT
वीएमओयू न समय पर परीक्षा करवा पाया और न ही पेपर की हिफाजत कर सका
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कोटा: वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लगा है। वीएमओयू न तो परीक्षाएं समय पर करवा पा रहा और न ही पेपर की हिफाजत कर पाया। जोधपुर में मंगलवार को बीए सेकंड ईयर के हिन्दी साहित्य का पेपर परीक्षा से 7.30 घंटे पहले ही आउट हो चुका था। सुबह 8 बजे जहां पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, वहीं दोपहर 3.30 से शाम 5 बजे तक विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर हजारों विद्यार्थी उसी पेपर को हल कर रहे थे। हैरानी की बात यह है कि पेपर लीक होने के साढ़े सात घंटे बाद भी वीएमओयू को इसकी भनक तक नहीं लगी। 12 घंटे बीतने के बाद मामले की सूचना कुलपति तक पहुंची तो विश्वविद्यालय में हड़कम्प मच गया। हालांकि देर शाम तक परीक्षा नियंत्रक मामले की पुष्टि नहीं होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया। वहीं, घटना के अगले दिन बुधवार को कुलपति कैलाश सोडाणी ने कमेटी गठित कर मामले की जांच के लिए जोधपुर भेजी।

प्रदेश के 115 केंद्रों पर हो रही परीक्षाएं

वीएमओयू के प्रदेशभर में 115 परीक्षा केंद्र हैं। जहां जून 2022 सेशन के विभिन्न विषयों के पेपर चल रहे हैं, जिनमें करीब 1 लाख विद्यार्थी परीक्षाएं दे रहे हैं। वहीं, जोधपुर रीजनल की बात करें तो यहां 65 केंद्रों परीक्षाएं जारी हैं। जिनमें से 7 से 8 हजार विद्यार्थी हिन्दी साहित्य का पेपर दे रहे हैं। इनमें से कुछ सेंटर से पेपर लीक होने की जानकारी सामने आ रही है। हालांकि, विवि प्रशासन द्वारा मामले की जांच पूरी होने से पहले पेपर आउट होने की पुष्टि नहीं की जा रही है।

जोधपुर रवाना हुई जांच टीम

बीए द्वितीय वर्ष हिन्दी साहित्य का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी ने जांच कमेटी गठित कर दी है। बुधवार सुबह ही प्रोफेसरों की तीन सदसीय टीम को घटना की सत्यता व मामले की जांच के लिए कोटा से जोधपुर रवाना कर दिया है। यह टीम दो दिन जोधपुर के सभी परीक्षा केंद्रों पर जांच करेगी और 10 दिन में सम्पूर्ण मामले की रिपोर्ट कुलपति को सौंपेगी। यदि जांच में पेपर लीक होने की पुष्टि होती है तो संबंधित परीक्षा केंद्र व व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

6 माह देरी से चल रहा शैक्षणिक सत्र

वीएमओयू का शैक्षणिक सत्र निर्धारित समय से 6 महीने पीछे चल रहा है। हिन्दी साहित्य, बीएड, राजनेतिक विज्ञान व भुगोल सहित अन्य संकाय के द्वितीय वर्ष के पेपर जून 2022 में होने थे, जो जनवरी 2023 में हो रहे हैं। शैक्षणिक सत्र लेट होने का असर इनके परिणाम पर पड़ेगा। कई विद्यार्थी ऐसे हैं जो समय पर परीक्षा नहीं होने के कारण भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो सके।

शिक्षक भर्ती परीक्षा से रह गए वंचित

करौली निवासी बीएड द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थी धर्म सिंह मीणा व दीपक ने बताया कि वर्धमान खुला विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण बीएड द्वितीय वर्ष के करीब 500 विद्यार्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा से वंचित रहे गए। उन्होंने बताया कि हमारे बीएड द्वितीय वर्ष के पेपर जून-2022 में होने थे जो 3 जनवरी 2023 में सम्पन्न हुए। वीएमओयू की लचर व्यवस्था के कारण अक्टूबर में प्रथम ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा से वंचित रहे गए। इसके अलावा नवम्बर में संस्कृत विभाग की सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई थी, जिसमें भी हम शामिल नहीं हो सके।

डेढ़ साल बाद जुड़े असाइनमेंट के नम्बर

बूंदी निवासी बीएड परीक्षार्थी समुद्र सिंह व दौसा के पवन ने बताया कि विवि की लेटलतीफी का खामियाजा वर्ष 2021-22 सत्र के बीएड विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा। प्रथम वर्ष की परीक्षा जून 2021 में होनी थी जो 7 माह बाद दिसम्बर में हुई। जुलाई 2022 में असाइनमेंट के नम्बर जोड़े गए।

जोधपुर से कोटा के लगाने पड़े थे 4 चक्कर

जोधपुर निवासी उम्मेद सिंह व अरविंद कुमार का कहना है, विश्वविद्यालय के जोधपुर रिजनल सेंटर से बीएससी की थी। प्रथम वर्ष में फिजिक्स-केमेस्टी में बैक आई थी। डिफाल्टर फॉर्म भरा और परीक्षा देकर पास हो गया था। इसी दौरान तीन साल की डिग्री भी पूरी हो गई थी लेकिन प्रथम वर्ष के नंबर अंकतालिका में नहीं जोड़े गए थे। जिससे रिजल्ट अधूरा रहा। शिकायत लेकर जोधपुर सेंटर पर गए तो उन्होंने कोटा भेज दिया। जोधपुर से कोटा के 4 चक्कर काटने के बाद काम पूरा हो सका।

एक साल का कोर्स 3 साल बाद हुआ पूरा

भीलवाड़ा निवासी हिम्मत सिंह व अरविंद कुमार बताते हैं, एक साल का लाइब्रेरी डिप्लोमा कोर्स को पूरा करने में तीन साल से अधिक समय लग गया। वर्ष 2019 में लाइब्रेरी डिप्लोमा में एडमिशन लिया था। 2 साल कोविड के चलते न तो एग्जाम हुए और न ही प्रेक्टिकल करवाए गए। ऐसे में 1 का कोर्स 3 साल बाद पूरा हो सका। भीलवाड़ा से कोटा आने-जाने में काफी परेशानी हुई।

पेपर आउट हुआ या नहीं, अभी कन्फर्म नहीं

जोधपुर में बीए द्वितीय वर्ष हिन्दी साहित्य का पेपर आउट हुआ या नहीं अभी यह कन्फर्म नहीं है। इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई है, जिसे जांच के लिए बुधवार सुबह ही कोटा से जोधपुर भेजी गई है। इसके अलावा जोधपुर और कोटा के प्रोफेसरों की एक और टीम बनाई है, जो संबंधित परीक्षा केंद्रों पर रहकर जांच करेगी। यह कमेटी तीन दिन तक वहीं रहकर पेपर लीक हुआ या नहीं, यदि हुआ तो किस सेंटर से हुआ, कौन जिम्मेदार है सहित कई बिंदुओं पर मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस मामले में कोई निर्णय कर पाएंगे। हालांकि, कोविड के कारण शैक्षणिक सत्र डिले हुआ था, जिसे पटरी पर लाने के हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। मेरे ज्वाइन करने कुछ दिन बाद ही 1.5 लाख बच्चों का परीक्षा परिणाम जारी किया था। दिसम्बर 2022 सत्र के पेपर एक माह 30 जनवरी 2023 को करवा रहे हैं। व्यवस्थाएं बनाने में थोड़ा वक्त लगता है, पर नया शैक्षणिक सत्र समय पर ही चलाना प्राथमिकता है।

- कैलाश सोडानी, कुलपति वीएमओयू

रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई

प्रदेश में 115 सेंटरों पर परीक्षाएं चल रही हैं। जोधपुर में पेपर लीक की सूचना की सत्यता जांचने के लिए कुलपति के निर्देश पर कमेटी गठित की गई है। वैसे, जब यह सूचना मिली तो हमने जोधपुर के सभी सेंटर्स पर फोन कर पता किया था लेकिन सूचना की प्रमाणिता साबित हो, ऐसे कोई इनपुट नहीं मिले। हालांकि टीम मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय किया जाएगा।

-बी अरुण कुमार, परीक्षा नियंत्रक, वीएमओयू

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