बारां के छबड़ा क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे करने के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिले के दौरे पर आए थे लेकिन मुख्यमंत्री के छबड़ा-छीपाबड़ौद में नहीं आने से ग्रामीण निराश और आक्रोशित दिखाई दिए. इसके लिए उन्होंने स्थानीय कांग्रेसी नेताओं को जिम्मेदार बताया.
गोड़ियामेहर व बटावदापार निवासी नरेंद्र शर्मा, मुरारी मेहता, देवकीनंदन शर्मा, उदयसिंह लोधा, पराक्रमसिंह, बनवारी मेहता, रामनरेश मीणा, हिम्मत लोधा, चंद्रभान यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत को छबड़ा-छीपाबड़ौद क्षेत्र का सर्वे करना चाहिए था.
पार्वती नदी के ऊफान से यहां सर्वाधिक नुकसान हुआ है लेकिन मुख्यमंत्री अंता से ही लौट गए. स्थानीय कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री को यहां हुए नुकसान के बारे में उचित जानकारी नहीं दी गई. विधायक प्रतापसिंह सिंघवी ने भी मुख्यमंत्री गहलोत के नहीं आने को जनता की भावनाओं के साथ कुठाराघात बताया है.