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टोंक। टोंक जिले में बनास नदी के आसपास बसे गांवों के लोग अपनी ट्रैक्टर-ट्राली को रायल्टी मुक्त करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को ग्रामीणों ने जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग-52 के किनारे स्थित संथाली गांव के समीप बनास नदी की ओर जाने वाले मार्ग को जाम कर दिया. जाम के चलते करीब 60-65 बजरी लदे वाहन नदी में फंस गए। जाम की सूचना पर दूनी थानाध्यक्ष टीम सहित मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की. पुलिस की समझाइश पर ग्रामीणों ने दोपहर करीब 1 बजे जाम हटाया, लेकिन सड़क के किनारे धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों ने बताया कि उनका गांव बनास नदी से सटा हुआ है. बनास की सड़क उनके पंचायत क्षेत्र से होकर गुजरती है, ऐसे में उनकी बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली रायल्टी फ्री होनी चाहिए। थाना प्रभारी ने जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। उधर, जाम हटने के बाद बनास नदी क्षेत्र में फंसे लगभग सभी वाहन बाहर निकल सके.बता दें कि पट्टाधारक करीब 6 माह से राजमहल से लेकर भरनी के पास बनास नदी में बजरी खनन का काम कर रहा है। इधर, लंबे समय से बनास नदी के आसपास के गांवों के निवासी मांग कर रहे हैं कि उनके पट्टाधारक इसके लिए तैयार नहीं हैं. इसको लेकर ग्रामीणों और राजघराने के कर्मचारियों के बीच झगड़ा होता रहता है।
Admin4
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