राजस्थान

सरकार के खिलाफ ग्राम सेवकों ने खोला मोर्चा: पांच सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

Admin Delhi 1
11 July 2022 9:44 AM GMT
सरकार के खिलाफ ग्राम सेवकों ने खोला मोर्चा: पांच सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
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बांसवाड़ा न्यूज़: पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम विकास अधिकारी (ग्राम सेवक) संघ ने प्रदेश की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप जड़ते हुए संगठन ने कलेक्ट्रेट परिसर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने CM गहलोत को तानाशाह बताने का मौका भी नहीं खोया। संगठन ने चेतावनी दी कि उनकी मांगें पूरी नहीं होने तक उनका ये आंदोलन ऐसे ही चरणबृद्ध तरीके से जारी रहेगा।

सरकार के खिलाफ एक होने का नारा लगाते पदाधिकारी: संगठन के जिलाध्यक्ष भरत कुमार कठोत ने कहा कि दो अक्टूबर (गांधी जयंती) पर सरकार ने उनके संगठन के साथ समझौता किया था, लेकिन आज दिन तक उनकी एक भी मांगों पर गौर नहीं किया गया। इससे काम करने वाले संगठन के कार्यकर्ताओं में नाराजगी बनी हुई है। अगर, ऐसा ही रहा तो संगठन की ओर से आंदोलन और तेज किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की रहेगी।

काले टीशर्ट और शर्ट और कुर्ता: ग्राम विकास अधिकारी संघ की ओर से आंदोलन का तरीका हर बार से अलग था। विरोध पर उतरे अधिकांश कार्मिकों की ड्रेस काली थी, जो सीधे से सरकार का विरोध है। संभवत: किसी संगठन की ओर से पहली बार इस तरह से विरोध करने की प्लानिंग की गई है।

संगठन की ये हैं पांच मांगें:

नए कैडर में जोइन करने वाले ग्राम विकास अधिकारियों के लिए अंतर जिला स्थानांतरण की पॉलिसी बने।

ग्राम विकास अधिकारियों की बीते पांच साल से पदोन्नति रूकी हुई है। तत्काल प्रभाव से सरकार को पद सृजित कर पदोन्नति करनी चाहिए।

पहले एक अनुपात चार में पदोन्नति होती थी। सरकार ने मनमानी कर इस पदोन्नति को एक अनुपात 5 कर दिया था। समझौते के दौरान सरकार ने पदोन्नति व्यवस्था को वापस से एक अनुपात चार में करने को कहा था। इससे उनकी पदोन्नति में 672 पदों का नुकसान हुआ है। सरकार 30 दिन में सभी पद वापस से सृजित करे।

राजकुमार अग्रवाल बनाम राजस्थान सरकार का एक वाद न्यायालय में विचाराधीन है, जिसमें 250 ग्राम विकास अधिकारियों को पेंशन से वंचित रखा गया है। ऐसे लोगों को पेंशन की सुविधा लाभ दिया जाए।

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