कैंप के जरिये हुआ हाथों-हाथपांच महीने से रुका पेंशन का सत्यापन
चूरू। सरदारशहर ब्लॉक के हरियासर घड़सोतान में आयोजित महंगाई राहत कैंप एवं प्रशासन गांवों के संग सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी 75 वर्षीय नंदलाल के लिए वरदान साबित हुआ। उनकी पेंशन पिछले पांच माह से सत्यापन के अभाव में रुकी हुई थी, कैंप में हाथोंहाथ सत्यापन कर नया पेंशन पीपीओ जारी कर दिया गया।
प्रकरण के अनुसार, मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन योजना अंतर्गत लाभ प्राप्त कर रहे भंवरलाल पुत्र गिरधारी राम निवासी गिड़गिचिया ने शिविर प्रभारी एसडीएम विजेंद्र सिंह से निवेदन किया कि उनकी उम्र 75 वर्ष हो गई है तथा उन्हें मिल रही सामाजिक सुरक्षा पेंशन गत 5 माह से सत्यापन के अभाव में बंद है। उम्र अधिक होने के कारण अंगूठे तथा आंखों के स्कैन से पेंशन सत्यापन संभव नहीं हो रहा है। इस पर शिविर प्रभारी ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रतिनिधि अंकुर जैसनसरिया से भंवरलाल की पेंशन का सत्यापन विकास अधिकारी की आईडी के माध्यम से करने के निर्देश दिए। इस पर जैसनसरिया ने पेंशनर की पेंशन का तुरंत ही सत्यापन कर नया पीपीओ जारी किया। साथ ही पेंशनर के जन आधार के माध्यम से महंगाई राहत कैंप में इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, निःशुल्क बिजली योजना घरेलू, निःशुल्क कृषि बिजली योजना, ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना सहित आठ योजनाओं में पंजीकरण कर राहत प्रदान की। लाभार्थी को इन योजनाओं के मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर युक्त गारंटी कार्ड एवं सत्यापित पेंशन पीपीओ शिविर में निरीक्षण हेतु पधारे विधायक पं. अनिल भंवरलाल शर्मा, सरपंच रामलाल मेघवाल द्वारा प्रदान किए गए तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। लाभार्थी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधायक अनिल शर्मा, जिला प्रशासन एवं शिविर प्रभारी को धन्यवाद दिया तथा इन शिविरों को गरीब, बुजुर्ग एवं असहाय व्यक्तियों के लिए वरदान बताया।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।