राजस्थान

13 साल बाद फैसला : बृजराज हत्याकांड में महिला सहित पांच आरोपियों को उम्रकैद

Admin4
20 Nov 2022 2:23 PM GMT
13 साल बाद फैसला : बृजराज हत्याकांड में महिला सहित पांच आरोपियों को उम्रकैद
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कोटा। बेगूं के निकट जोगणिया माता इलाके में गैंगस्टर लाला बैरागी की हत्या के मुख्य गवाह को गोलियों से भूनने के 13 साल पुराने दोहरे हत्याकांड के मामले में दोषी मानते हुए शनिवार को न्यायालय ने एक महिला सहित पांच आरोपियों को ताउम्र कैद (मृत्यु होने तक) की सजा सुनाई है। न्यायालय ने आरोपियों पर अलग से 1.55 लाख,1.55 लाख रुपए जुर्माना लगाया है। अपर जिला जज क्रम-5 के न्यायाधीश ने 13 साल पहले जोगणिया माता पुलिस थाना बेगू जिला चित्तौड़ में बृजराज सिंह उर्फ बबलू, जीतू उर्फ जितेंद्र सिंह के सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के आरोपी नंदू उर्फ नरेंद्र सिंह, भाया उर्फ सत्येंद्र सिंह, किशन जंगम, वसीम खान व शाहीन को ताउम्र की सजा से दंडित किया है। वसीम खान और शाहीन जमानत पर चल रहे थे, जिन्हें कस्टडी में लेकर जेल भेज गया। इस प्रकरण में सत्येंद्र के अलावा अन्य सभी आरोपी जमानत पर थे, लेकिन अन्य प्रकरण में न्यायिक अभिरक्षा में होने से किशन जंगम, नन्दू उर्फ नरेन्द्र सिंह को प्रोडक्शन वारंट से कोर्ट में पेश किया गया। मामले में कुल नौ आरोपी थे, जिसमें से आरोपी राजेश कमांडो की 4 अगस्त 2016 को मृत्यु होने तथा आरोपी भानू प्रताप की 12 जनवरी 2012 को मृत्यु होने से कार्रवाई ड्रॉप की गई। वहीं विट्टू उर्फ दिग्विजय सिंह को मफरूर घोषित किया गया। जबकि सुमेर सिंह के विरुद्ध पृथक से कार्रवाई विचाराधीन है।
एडीजे क्रम 5 अख्तर खान ने बताया कि फरियादी कोटा निवासी सूरज सिंह ने 12 मई 2009 को चित्तौड़ जिले के बेगूं पुलिस थाने में रिपोर्ट दी थी। उसे रात को लगभग 8 बजे टेलीफोन पर सूचना मिली थी कि पिंटू उर्फ जितेंद्र सिंह और बबलू उर्फ बृजराज सिंह राजपूत निवासी खेड़ली फाटक कोटा को मेनाल जिला चित्तौड़गढ़ के पास जोगणिया माता जाने वाले रास्ते के पास झरने की तरफ हत्या कर दी है। सूरज सिंह ने रिपोर्ट में लिखा कि उसके भाई बृजराज सिंह, जंगम व एक लड़की और थे, जो जोगणिया माता दर्शन करने गए थे। अचानक हुए हमले में जंगम और लड़की बचकर भाग गए और तेजपाल सिंह, मोहन शर्मा भी मोटर साइकल से भाग गए।
गैंगस्टर लाला बैरागी की हत्या के मामले में बृजराज सिंह मुख्य गवाह था। लाला बैरागी की हत्या गैंगस्टर भानु प्रताप ने की थी। इसी के चलते बृजराज की हत्या भी भानु गिरोह ने की थी। बृजराज की हत्या होने के बाद उसका छोटा भाई शिवराज गैंगस्टर बना और उसने दो साल बाद भानु प्रताप की हत्या करवाकर अपने भाई की मौत का बदला लिया।
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
न्यूज़ क्रेडिट: dainiknavajyoti
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